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एसईसीएल में अनुकंपा नियुक्ति दिलाने के नाम पर 90 हजार की ठगी करने वाला गिरफ्तार, भेजा गया जेल

00 और ढाई लाख रूपये की कर रहा था मांग, चिरमिरी पुलिस ने किया गिरफ्तार

कोरिया – चिरमिरी / एसईसीएल चिरमिरी के डोमनहिल स्थित रेस्क्यू में ड्राइवर के पद पर पदस्थ अम्बिका सिंह उर्फ अम्बिकेश्वर सिंह को चिरमिरी पुलिस ने एक आदिवासी महिला से एसईसीएल में उसके पति के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति दिलाने के नाम पर 90 हजार रूपये की ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार कर जिला न्यायालय बैकुण्ठपुर में पेश किया जहाँ से उसे जिला जेल बैकुण्ठपुर भेज दिया गया। आरोपी अम्बिका सिंह के ऊपर आदिवासी अत्याचार अधिनियम के तहत भी कार्यवाही की गई है।

उपरोक्त सन्दर्भ में जानकारी देते हुए सीएसपी चिरमिरी कर्ण कुमार उके ने बताया कि 15 दिसम्बर 2017 को प्रेमनगर डोमनहिल निवासी 50 वर्षीय श्रीमती कौशल्या बाई ने चिरमिरी थाने में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई कि उसका पति सुखदेव सिंह पिता हुबलाल सिंह एसईसीएल में नॉकरी करता था जिसकी मृत्यु 2007 में हो गई थी। 2015 में डोमनहिल रेस्क्यू में काम करने वाला अम्बिका सिंह उससे मिला और उसे एसईसीएल में उसके पति के स्थान पर अनुकंपा नियुक्ति दिलाने की बात कहकर उससे 10 हजार रूपये ले लिया। इसके बाद वह कई बार उससे काम कराने के नाम पर कभी 15 हजार, कभी 20 हजार तो कभी 5 हजार रूपये लिया। इस प्रकार कुल 90 हजार रूपये लेने के बाद उसने कहा कि तुम्हारा काम हो चूका है लेकिन नॉकरी पर उतारने के लिए बड़े अधि्कारियो को ढाई लाख रूपये देना होना। पैसा नही होने की बात कहने पर उसने स्टाम्प पेपर में कौशल्या से ढाई लाख रूपये की लिखापढ़ी करा लिया। तथा इसके बाद वह कौशल्या बाई पर बैंक से लोन लेकर पैसा देने के लिए दबाव बनाने लगा। बैंक नही जाने पर वह श्रीमती कौशल्या से गाली गलौज करने लगा जिससे तंग आकर श्रीमती कौशल्या ने पूरे मामले की शिकायत चिरमिरी थाने में की।
मामले की गंभीरता को देखते हुए चिरमिरी पुलिस आरोपी अम्बिका सिंह उर्फ अम्बिकेश्वर सिंह के ऊपर आईपीसी की धारा 420, 384, 294, 506 तथा एस सी/एसटी एक्ट की धारा 3(1-10) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले को विवेचना में लिया तथा तथा विवेचना में मामला सही पाए जाने पर आरोपी अम्बिका सिंह उर्फ अम्बिकेश्वर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इस पूरी विवेचना में सीएसपी चिरमिरी कर्ण कुमार उके, चिरमिरी थाना प्रभारी विनीत दुबे तथा सहायक उप निरीक्षक लवांग सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही।

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