कोरिया / प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत प्रदेश कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व संकल्प शिविर के माध्यम से जगह-जगह कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने में लगा है तो वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय से सटे नगर पालिका शिवपुर चरचा में लगातार कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने की होड़ सी लगी हुई है।
आपको बता दे चरचा क्षेत्र के कद्दावर कांग्रेसी युवा नेता शहर अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने 3 दिन पूर्व अपने पद से इस्तीफा देने की बात सोशल मीडिया में सार्वजनिक किया और इसके दूसरे दिन शहर कांग्रेस महामंत्री संजय राय व प्रवक्ता पंकज मिश्रा ने भी अपने कई समर्थकों के साथ इस्तीफा दिया।
शहर कांग्रेस के महामंत्री संजय राय ने कहा कि पालिका कि सत्ता में बैठे लोग संगठन की बात ही नहीं सुनते और ना ही उनके मान सम्मान का ध्यान देते हैं, कार्यकर्ताओं के कोई भी कार्य नहीं होते जिसकी वजह से उन्हें आम नागरिकों से सुनना पड़ता है, कांग्रेस के निर्वाचित जनप्रतिनिधि जीतने के बाद कार्यकर्ताओं को दुत्कार देते हैं, जिसकी वजह से विवश होकर पार्टी को छोड़ना पड़ता है, पालिका के पदाधिकारी संगठन से कोई सलाह ही नहीं लेते, लगभग डेढ़ माह पूर्व नगर पालिका शिवपुर चरचा के वार्ड क्रमांक 7 के कांग्रेस समर्थित पार्षद अभिजीत सिंह ने भी पालिका अध्यक्ष के द्वारा की जा रही उपेक्षा व मनमानी से परेशान होकर पार्टी से बगावत कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर लिया।
चरचा कांग्रेस कमेटी के अन्य पदाधिकारी ऋषि चौबे, रुपेश यादव, विक्रांत सिंह सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं ने भी इस्तीफा देकर अपनी दूरी बना ली है।
सूत्रों के अनुसार अभी इस्तीफों का दौर जारी रहेगा कुल मिलाकर यह सभी घटनाक्रम कांग्रेस के अंदरूनी फूट को उजागर करते हैं। इस घटनाक्रम से स्थानीय विधायक प्रदेश के श्रम मंत्री भैयालाल राजवाड़े की राह आसान होती जा रही है पिछले दो चुनाव में भैयालाल राजवाड़े को कांग्रेस की आपसी फूट का ही फायदा मिला था, संभवता वही स्थिति इस विधानसभा चुनाव में हो सकती है वैसे भी नगर पालिका शिवपुर चरचा विधायक भैयालाल राजवाड़े का गृह क्षेत्र है। जहां कांग्रेस की अंदरूनी कलह का लाभ सीधे भाजपा को इस बार भी मिलेगा।
चरचा कालरी क्षेत्र में विगत कई माह से सत्ता व संगठन के बीच आरोप – प्रत्यारोप का दौर चल रहा था और अब लगातार इस्तीफे के बावजूद जिला के वरिष्ठ पदाधिकारियों के द्वारा कोई पहल नहीं करना निसंदेह भैयालाल राजवाड़े के पाले में गेंद डालने के समान हैं। चरचा कालरी क्षेत्र में विकास की गति काफी धीमी है जनमानस की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य नहीं हो रहे हैं ऐसी स्थिति में कांग्रेस के जनप्रतिनिधि किस दावे के साथ जनता से अपने पक्ष में मतदान की मांग करेंगे।
भूपेंद्र यादव शहर अध्यक्ष होने के साथ ही क्षेत्र के जोन प्रभारी भी हैं वहीं संजय राय भी चुनाव के सेक्टर प्रभारी हैं दोनों के ही द्वारा पद से इस्तीफा दिया गया है। जिससे क्षेत्र में सतत संपर्क टूट सा गया है।
स्थानीय स्तर पर संगठन और सत्ता के बीच मतभेद व लगातार इस्तीफा देने का परिणाम प्रदेश प्रभारी पुनिया के सोमवार के दिन चर्चा स्थित बैकुंठपुर रोड में आगमन के दौरान देखने को मिला। चरचा नगर पालिका क्षेत्र में स्टेशन होने के बावजूद पालिका क्षेत्र से मात्र दो कार्यकर्ता जानू वसीम और दीपू तिवारी ही पुनिया के आगमन स्वागत हेतु स्टेशन पर नजर आए। स्टेशन पर न तो नगर पालिका अध्यक्ष अथवा उनकी टीम और ना ही चरचा कालरी के कांग्रेस संगठन की टीम जिसमें पालिका व कालरी के नेतागण भी शामिल हैं किसी का भी अता पता नहीं था। चिरमिरी क्षेत्र से आए डॉक्टर विनय जायसवाल के समर्थकों ने बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन में प्रदेश प्रभारी की अगवानी कर कांग्रेसियों की उपस्थिति दिखाने की कवायद की।
स्थानीय स्तर पर प्रदेश प्रभारी द्वारा प्रशिक्षण देना और उसकी दूसरी तरफ कार्यकर्ताओं के द्वारा लगातार इस्तीफा देना एक दूसरे के विरोधाभास से नजर आ रहे हैं।
