वसीम बारी, रामानुजगंज / अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) विजय दयाराम के. ने कहा है कि स्कूल जाने योग्य सभी बच्चों को स्कूलों में दाखिला कराने समाज के हर व्यक्ति को सहयोग करना चाहिए। यह हम सब का दायित्व है कि हमारे आसपास में कोई भी बच्चा स्कूल जाने वंचित न हो। बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना हमारी जवाबीदारी है। शिक्षा बच्चों का अधिकार है। उन्हें उनका यह अधिकार मिलना ही चाहिए। इसमें सामाजिक भागीदारी का विशेष महत्व है। श्री दयाराम बलरामपुर जिले के रामानुजगंज शासकीय कन्या में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव को संबोधित कर रहे थे।
श्री दयाराम ने इस अवसर पर स्कूल में दाखिला लेने वाले नये बच्चों के माथे पर तिलक लगाकर एवं मिठाई खिलाकर स्वागत किया। श्री दयाराम ने कहा कि बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाने के साथ ही कक्षा बारहवीं तक उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित होनी चाहिए। इसके लिए भी समाज को आगे बढ़कर अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करना होगा ताकि प्रदेश की भावी पीढ़ी पूरी तरह सजग और जिम्मेदार नागरिक बन सके। उन्होंने आगे कहा कि शाला प्रवेश उत्सव जिन्दगी का वह पायदान हैं जहां से हम शिक्षा के क्षेत्र में दाखिल होते हैं। इस अवसर पर श्री दयाराम द्वारा नवप्रवेशी सभी बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, गणवेश, बैग इत्यादि का भी वितरण किया गया।
कार्यक्रम में श्री दयाराम ने शाला प्रबंध समिति के सदस्यों को शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत छह से 14 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाने तथा प्रारंभिक शिक्षा पूर्ण कराने तक स्कूलों में ठहराव सुनिश्चित करने के लिए शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल ने नगर के सभी बच्चों को शाला से जोड़ने पर बल दिया। ताकि बच्चे पढ़-लिखकर जागरूक नागरिक बन सकें और जिले तथा प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सके। नगर पंचायत उपाध्यक्ष पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा गुप्ता ने अपने उद्बोधन में सभी नवप्रवेशी बच्चों को उनके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्राचार्य बागर साय, प्रधान पाठक वीरेन्द्र सिंह, श्रीमती अगाथा टोप्पो, नन्द किशोर ठाकुर, सरिता गुप्ता, राकेश राजवीर, संजय वर्मन, श्रीमती खुशवंत सिंह, कविता पूरी, श्रीमती पूजा पाण्डेय, राजेश्वर कुशवाहा, श्रीमती उषा जायसवाल, श्रीमती सुशीला मिंज, सहित अभिभावकगण एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
इस अवसर पर स्वागत भाषण प्रधान पाठक वीरेन्द्र सिंह ने दिया। उन्होंने कहा कि इस शैक्षणिक सत्र में शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास जारी रहेगा।