नयी दिल्ली / दो साल पहले हुई सर्जिकल स्ट्राइक के वीडियो को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा ने आज विपक्षी दल पर देश की सेना का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस अब मुख्यधारा की पार्टी नहीं रही बल्कि हाशिये की पार्टी बनकर रह गई है। वरिष्ठ पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा- सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर कांग्रेस दे रही है पाकिस्तान और आतंकियों को बढ़ावा।
29 सितंबर, 2016 का दिन भारतीय सेना के साथ-साथ देश के हर नागरिक के लिए बेहद गर्व का दिन है। जब सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कई किलोमीटर तक अंदर घुसकर पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के द्वारा चलाएं जा रहे आतंकी ट्रेनी केम्पों को ध्वंस्त कर दिया था। सेना की इस कामयाबी पर जब पूरा देश जश्न मना रहा था तब कांग्रेस के कुछ नेताओं ने सर्जिकल स्ट्राइक को फर्जिकल स्ट्राइक कहकर इसके सबूत मांगे थे। पूरे देश ने इसे विपक्ष की घाटिया राजनीति करार दिया था। वरिष्ठ पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा- कि सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर कांग्रेस पाकिस्तान और आतंकियों को बढ़ावा दे रही है।
29 सितम्बर 2016 ही वो तारीख थी जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी लांच पैड्स पे सर्जिकल स्ट्राइक कर दुनिया को दंग कर दिया था । 21 महीने पहले भारतीय सेना द्वारा की गयी इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब इससे जुड़ी तस्वीरें और वीडियो सामने आयी है । इन तस्वीरों में सेना के जवानों की वीरता की तस्वीर दिख रही है ।
सेना के इस काम को जहां बीजेपी बहादुरी और देश की सुरक्षा के लिए गर्व का विषय बता रही है तो वहीं, कांग्रेस बीजेपी पर सेना का इस्तेमाल कर राजनीतिक फायदा लेने का आरोप लगा रही है ।
बीजेपी ने पलटवार करने में बिल्कुल देर नहीं की। कांग्रेस पर पलटवार करने के लिए सामने आए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद । उन्होंने कहा कि जिस वीडियो पर पूरा देश गर्व कर रहा है उस पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी से पाकिस्तान को खुशी मिलती है और आतंकियों के हौंसले मजबूत हो रहे हैं।
बीजेपी ने इस मामले में सीधा हमला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर किया और कहा कि राहुल ने सर्जिकल स्ट्राइक को खून की दलाली बताकर सेना का अपमान किया था । उन्होंने पूछा कि क्या सेना का मनोबल तोड़ना ही कांग्रेस का एकमात्र उद्देश्य रह गया है?
कांग्रेस के नेता जहां सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठा रहे हैं तो सरकार का साफ कहना है कि ये अलगवावदियों की भाषा है और कांग्रेस को इस मामले में देश से माफी मांगनी चाहिए । तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी कांग्रेस के रुख पर हैरानी जतायी है ।
गौरतलब है कि उरी सेक्टर में सेना के कैंप हुए आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई के तौर पर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। 29 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक के अगले दिन सेना के तत्कालीन डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टीनेंट जनरल रणबीर सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके इसकी जानकारी साझा की थी। इसके बाद कांग्रेस समेत कुछ दलों ने सबूत की मांग की थी और अब जब सबूत भी सामने आ गए हैं तो फिर सवाल उठाना कहीं से भी जायज नहीं कहा जा सकता ।
