रायपुर / कोटा एवं मरवाही विधानसभा क्षेत्र के पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टर के 27 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 25 पद रिक्त हैं वहीं सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केंद्रो में पैरामेडिकल स्टाफ के 202 पद रिक्त हैं तथा कोटा-मरवाही क्षेत्र के 3 उप स्वास्थ्य केंद्र भवन विहीन होने के कारण निजी भवनों में एवं 6 अन्य शासकीय भवनों में संचालित हैं।
कोटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ रेणु जोगी के सवाल का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने यह जानकारी मंगलवार को विधान सभा पटल पर रखी। कोटा एवं मरवाही विधानसभा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य होने के साथ-साथ यहां के बहुत से गांव दूरस्थ वनांचल में बसे हुए हैं तथा यह क्षेत्र मलेरिया प्रभावित भी रहता है बावजूद इसके इस क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं की बहुत कमी है। क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था को लेकर विधायक डॉक्टर रेणु जोगी ने स्वास्थ्य मंत्री से सवाल पूछा था की उपरोक्त दोनों विधानसभा क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के कितने पद स्वीकृत हैं तथा उनमें से कितने विशेषज्ञ डॉक्टरों की पदस्थापना है एवं कितने पद रिक्त हैं ? स्वास्थ्य मंत्री ने विधानसभा में जो जवाब दिया उसके अनुसार कोटा-मरवाही क्षेत्र में विशेषज्ञ डॉक्टर के 27 पदों में से 25 पद रिक्त हैं तथा चिकित्सा अधिकारी के 23 पदों में से 9 पद रिक्त पड़े हैं। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है की क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था कैसी है। इसी से जुड़े एक अन्य सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सामुदायिक, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केंद्र में पैरामेडिकल स्टाफ के 588 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 202 पद रिक्त हैं। कोटा-मरवाही क्षेत्र के 3 उप स्वास्थ्य केंद्र भवन विहीन होने के कारण निजी भवनों में एवं 6 अन्य शासकीय भवनों में संचालित हैं।
