00 अपमान मामले में बोले बीजेपी सांसद संतोष पांडेय, कौन कितना वफादार ये जताने में लगे हैं अधिकारी
राजनांदगांव / सांसद संतोष पांडेय के अपमान मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि अधिकारी ये जताने में लगे हैं कि कौन कितना वफादार है. राजनांदगांव के एसडीएम ने सरपंचों को सहसपुर में लोकार्पण के पहले कार्यक्रम नहीं कराए जाने को लेकर धमकाया. सरपंचों को डराने जो-जो कर सकते थे, वो सब किया. राजनांदगांव प्रशासन ने जो किया वो चिंतनीय है. छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ.
कलेक्टर मोहम्मद तुगलक की तरह जारी कर रहे हैं फरमान
संतोष पांडेय ने कहा कि कलेक्टर ने जो सर्कुलर जारी किया है. उसमें कहा है कि जिले में होने वाले किसी भी तरह के लोकार्पण समारोह बगैर अनुमति से न किया जाए. क्या अब कलेक्टर तय करेंगे किस जनप्रतिनिधि को किस कार्यक्रम में जाना है. ये मोहम्मद तुगलक की तरह कलेक्टर फरमान जारी कर रहे हैं. जनता के द्वारा और जनता के लिए चुनी सरकार है, लेकिन जो चल रहा है, वह असंवैधानिक है. कलेक्टर के आदेश को रद्द किया जाना चाहिए. यदि शासन इसे रद्द नहीं करती है तो बीजेपी अगला कदम उठाएगी.
सांसद से पहले छापा था विधायक का नाम
उन्होंने कहा कि मैं भी सांसद चुनकर आया हूँ. कलेक्टर को यह नहीं भूलना चाहिए. प्रोटोकॉल में सांसद आगे होता है, लेकिन राजनांदगांव में हुए एक कार्यक्रम में विधायक का नाम कार्ड में पहले छपाया गया था. इसी मामले में सांसद संतोष पांडेय ने प्रेस कॉंफ्रेंस कर राज्य सरकार पर हमला बोला है.