00 छत्तीसगढ़ के मजदूर किसानों के हितों और हकों की लड़ाई के लिए हमेशा तैयार- नवाज़ भाई
राजनांदगांव / धान खरीदी में असहयोग करने केंद्र की नीति के विरोध में आज सभी ब्लॉको में धरना के संबंध में तैयारी बैठक व प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला अध्यक्ष नवाज़ भाई विधायक गण इंद्रशाह मंडावी, भुनेश्वर बघेल, छन्नी साहू, ने संयुक्त रूप से कहा है कि भाजपा अपना राजधर्म भी भूल गई है और कांग्रेस सरकार से बदला भांजने राज्य के किसानों को निशाना बना रही है।
बदलापुर-बदलापुर का गाना गाने वाले भाजपाई अपनी हार का बदला लेने केन्द्र सरकार के माध्यम से धान खरीदी को बाधित करने में लगे है। सत्ता हाथ से निकलने के बाद भी भाजपा अपनी किसान विरोधी आदत को नहीं बदल पाये है। भाजपा नही चाहती छत्तीसगढ़ के किसानों का धान 2500 रू. में खरीदा जाए। इसीलिये वे केन्द्र से अडंगेबाजी लगवा रहे है। केन्द्र नेतृत्व पर दबाव डालकर इस प्रकार की नीतिया बनाई जा रही है। जिससे राज्य की धान खरीदी प्रभावित हो। कांग्रेस पार्टी इसका मजबूत विरोध करेगी। कांग्रेस पार्टी राज्य के मजदूरों के हक में, किसानों के हक में लड़ाई लड़ेगी। सेन्ट्रल पूल से धान की खरीदी को रोकना उचित नही है। राजनैतिक कारणों से छत्तीसगढ़ के किसानों के हितों के साथ, छत्तीसगढ़ राज्य के जनता के हितों के साथ खिलवाड़ नही करना चाहिए। सरकारे आते-जाती रहती है लेकिन छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ जो यह छलावा कर रही है, भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार यहां भाजपा नेताओं के इशारे पर छत्तीसगढ़ की जनता और छत्तीसगढ़ के किसानो के साथ अन्याय कर रही है जनता भाजपा को कभी माफ नही करेगी। भाजपा चाहती ही नही कि किसानों को 2500 रूपये किसान को मिले।
जिला अध्यक्ष नवाज़ भाई ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की जब छत्तीसगढ़ में सरकार थी तब दो बार बोनस दिये जाने के बावजूद धान खरीदी सेन्ट्रल फूड में की गई। कांग्रेस की सरकार तो घोषणा पत्र में किये गये वादों को पूरा करने के लिए धान की खरीदी 2500 रूपये मे कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकारों के बीच हुए एमओयू की शर्तों को बीते दो साल से शिथिल किया गया था। इस बार भी छत्तीसगढ़ के लिए इसे शिथिल किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय खाद्य मंत्री को पत्र लिखकर प्रदेश के किसानों के हितों और हकों की आवाज बुलंद की है। केन्द्र से हम पूरी आग्रह करेंगे लेकिन राज्य सरकार 2500 रूपये क्विंटल में ही धान खरीदेगी। राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की आवश्यकता के अतिरिक्त उपार्जित होने वाले 32 लाख मीट्रिक टन चावल (अरवा व उसना) को केन्द्रीय पूल में मान्य करने का अनुरोध किया है क्योंकि संघीय प्रणाली में यह व्यवस्था है कि खपत के अतिरिक्त चांवल को केन्द्रीय पूल के तहत केन्द्र द्वारा खरीदा जाए। बड़े भंडार गृह और एफसीआई भी केन्द्र के अधीन है। मोदी सरकार और भाजपा बतायें कि छत्तीसगढ़ के किसानों मजदूरों द्वारा खून पसीना बहाकर उपजाये गये छत्तीसगढ़ की खपत के अतिरिक्त धान का क्या किया जाये?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में महामंत्री गोवर्धन देशमुख, रमेश खण्डेलवाल, प्रवक्ता रूपेश दुबे सहित सभी ब्लॉक अध्यक्ष उपस्थित थे।

