नई दिल्ली / आर्थिक सुस्ती और मौजूदा वित्त वर्ष में 5% प्रतिशत विकास दर की संभावना के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना दूसरा बजट (Budget 2020) संसद में पेश किया.
उन्होंने कहा कि बजट देश की उम्मीदों को पूरा करने वाला है. भारत की अर्थव्यवस्था की बुनियाद बेहद मजबूत है. जनता को मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर पूरा भरोसा है. जीएसटी के जरिये टैक्स का जाल खत्म हुआ. जीएसटी देश का सबसे क्रांतिकारी सुधार है. जीएसटी की वजह से लोगों को हर महीने चार प्रतिशत की बचत होती है. 1 अप्रैल से जीएसटी का नया फार्म उपलब्ध होगा.
अरुण जेटली को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिन्होंने जीएसटी बनाया. जीएसटी लागू करना ऐतिहासिक कदम था. सरकार महंगाई को काबू करने में कामयाब रही. जीएसटी से ट्रकों की आवाजाही 20 प्रतिशत बढ़ी.
हालांकि एक साल के भीतर तीसरा बजट पेश. हालांकि इससे पहले बजट को मोदी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. हालांकि आर्थिक स्तर पर कई चुनौतियों का सामना कर रही भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए वित्त मंत्री की पोटली से क्या-क्या निकलेगा यह तो सुबह 11 बजे के बाद ही पता चलेगा, लेकिन बजट से पहले पेश हुए आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त वर्ष 2020-21 में GDP ग्रोथ 6-6.5% रहने का अनुमान जताया गया है.
इस दशक का पहला आम बजट आज पेश होने जा रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में 11 बजे बजट भाषण देंगी. वे लगातार दूसरी बार बजट पेश करने वाली पहली महिला वित्त मंत्री होंगी. उनसे पहले इंदिरा गांधी ने एक बार फरवरी 1970 में बजट पेश किया था.
इस बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बजट की कॉपी सौंपने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर संसद भवन पहुंचे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के बही खाते पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हस्ताक्षर करवाए और अब संसद भवन के लिए निकल चुकी हैं. वित्त मंत्री की बेटी समेत पूरा परिवार बजट भाषण को सुनने के लिए संसद पहुंच चुका है. इसके साथ ही बजट की कॉपियां भी कड़ी सुरक्षा के बीच संसद भवन पहुंच गई हैं. संसद भवन के अंदर जाने से पहले इन सभी कॉपियों की जांच की जा रही है.
Budget 2020 वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान पढ़ी दीनानाथ कौल की कश्मीरी कविता –
हमारा वतन फिर से हुआ शालीमार बाग जैसा
हमारा वतन डल झील में खिलते कमल जैसा
नौजवानों के गर्म खून जैसा
मेरा वतन तेरा वतन हमारा वतन
दुनिया का सबसे प्यारा वतन
उन्होंने आगे कहा- भारत में 15 से 65 वर्ष उत्पादक आयु वर्ग में जनता की संख्या सबसे अधिक है। यह बजट तीन महत्वपूर्ण विषयों के ईर्द-गिर्द बना है। सबके लिए आर्थिक विकास जिसे प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में बार-बार दोहराया है। भारत में डिजिटल क्रांति विश्व में एक अनूठे नेतृत्व के रूप में स्थापित हुई है। यह बजट प्रत्येक नागरिक के जीवन को सहज बनाने के लिए समर्पित है।
वित्त मंत्री ने कहा- केंद्र सरकार का ऋण घटा
- सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास से कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की गति कई गुना बढ़ी।
- 2009-14 के दौरान मुद्रास्फीति 10.5 फीसदी के दायरे में थी।
- अब हम विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं।
- भारत के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 2014-19 के दौरान 284 बिलियन अमेरिकी डॉलर पर पहुंचा।
- केंद्र सरकार का ऋण घटकर मार्च 2019 में जीडीपी के 48.7 फीसदी पर आ गया।
- 2006-16 के बीच भारत 271 मिलियन लोगों को गरीबी से ऊपर उठने में मदद की
- मैं इस बजट को दो अत्याधुनिक विकास की पृष्ठभूमि में पेश करना चाहती हूं।
बजट अभिभाषण के दौरान कहा-
- अर्थव्यवस्था के मूलभूत आधार मजबूत हैं।
- मुद्रस्फिति सुनियंत्रित हो गई है।
- बुनियादी ढांचे में सुधार और समावेशी विकास इस परिवर्तन की विशेषता है।
- यह बजट उनकी आय सुनिश्चित करने और उनकी क्रय शक्ति बढ़ाने के लिए है।
- जीएसटी के मुख्य वास्तुकार अरुण जेटली जी को श्रद्धांजलि अर्पति करती हूं। कम कम जीएसटी दरों के कारण औसत परिवार के मासिक खर्च में 4 फीसदी की बचत हुई है।
- दो वर्षों में 60 लाख से अधिक करदाताओं को जोड़ा गया।
- 1 अप्रैल 2020 से सरलीकृत नई विवरणी प्रणाली शुरू की जाएगी।
– 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना सरकार का लक्ष्य है.
– पीएम फसल बीमा योजना से 6.11 करोड़ किसानों को फायदा हुआ है.
– 20 लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में मदद करेंगे.
– सरकार मंहगाई पर काबू करने में सफल हुई
– बजट भाषण में वित्त मंत्री ने बताया कि 1 अप्रैल 2020 से जीएसटी का नया फॉर्म आएगा. जिससे यह प्रक्रिया और आसान हो जाएगी.
– दो साल में 60 लाख नए टैक्सपेयर्स जुड़े हैं. 40 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए गए हैं.
– वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.
– जीएसटी से ट्रकों की आवाजाही 40 फीसदी बढ़ी है.
बजट में किसानों के लिए ये कहा केंद्रीय वित्त मंत्री ने…
- Competitive फार्मिंग से किसानों की स्थिती में सुधार
- 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य
- कृषि में सुधार की ज़रुरत
- केंद्रीय नियमों के आधार पर क़ृषि वाले राज्यों को प्रोत्साहन
- ग्रामीण सड़क योजना से किसानों की आय बढी
- सरकार का फोकस Irrigation की तरफ
- कुसुम योजना से सबको बिजली उपलब्ध कराएंगे
- पानी से जुड़ी समस्या काफी गंभीर
- सोलर पंप लगाने में मदद करेंगे
- खाली पड़ी जमीन पर सोलर प्लांट लगाने में मदद दी जाएगी
- इसको सोलर ग्रिड से जोड़ा जाएगा
- सोलर पंप से 22 लाख किसानों को फ़ायदा
- किसानों को 16 सूत्रीय कार्यक्रम
- ब्लॉक और तहसील लेवल पर वेयरहाउस बनाने में सरकार मदद करेगी
- वेयरहाउस , FCI और वेयरहाउस कार्पोरेशन के अंतगत होगा और मुद्रा योजना से आसान लोन उपलब्ध होगा\
- कृषि उड़ान योजना शुरु होगी
- नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर होगी योजना
- कृषि उपज को बढ़ाने के लिए One Product-One District योजना
- किसान रेल शुरु होगी
- कृषि उड़ान योजना भी होगी शुरू