नई दिल्ली / कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई है. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पीएम राज्यों के मुख्यमंत्रियों से राज्यों की स्थितियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं. बैठक की शुरुआत में स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक प्रेजेंटेशन दिया इसके बाद चर्चा की शुरुआत हुई. सबसे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी बात रखी. इस दौरान पीएम मोदी और सभी मुख्यमंत्री मास्क पहने हुए नजर आ रहे हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी कान्फ्रेंस में शामिल हुए.
स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह खाद्य सचिव कमलप्रीत सिंह इस अवसर पर उपस्थित थे.
आपको बता दें कि इस बैठक में लॉकडाउन को बढ़ाने पर भी फैसला लिया जा सकता है. इससे पहले ओडिशा ने 30 अप्रैल और पंजाब ने 1 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया है.
बैठक में सीएम अमरिंदर सिंह और अरविंद केजरीवाल समेत चार मुख्यमंत्रियों ने देश में लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की. उधर, पीएम से संवाद में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मेरे राज्य की GDP गिर रही है. उन्होंने कोविड 19 से लड़ने के लिए केंद्र से मदद राशि मांगी है. फिलहाल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम से बातचीत कर रहे हैं.
आपको बता दें कि ओडिशा और पंजाब ने पहले ही अपने राज्यों में लॉकडाउन को बढ़ा दिया है. इससे पहले बी सभी राज्य और विशेषज्ञ पीए से देश में लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग कर चुके हैं. जानकारों का मानना था कि जब देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या कम थी, तब 21 दिन के लिए लॉकडाउन किया गया. आज तो ये संख्या 6700 के पार पहुंच गई है. तब क्या लॉकडाउन में किसी तरह की छूट दी जानी चाहिए? पिछले एक सप्ताह से कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में इस लॉकडाउन को कम से कम 14 दिन के लिए और बढ़ा देना चाहिए. कई राज्य सरकारें इस बात का समर्थन किया था.
