कोरिया / राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत आज टीबी चैम्पियनों को प्रशिक्षण दिया गया। इसका आयोजन स्वास्थ्य विभाग, रीच एवं जपाइगो संस्था के द्वारा किया गया। इस दौरान टीबी चैम्पियनों को टीबी के लक्षणों की पहचान करने एवं जल्द से जल्द मरीज़ को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच कराने के बारे में जानकारी दी गयी ।
कौन है टीबी चैम्पियन
टीबी चैम्पियन में ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया है जो टीबी की बीमारी से पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुके हैं इसमें क्षेत्रीय लोगों को ही रखा गया ताकि यह लोग आसानी से लोगों से समन्वय स्थापित कर टीबी के रोगियों की पहचान कर सकें और जल्द से जल्द नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में उनकी जांच करा सकें और टीबी रोगियों की जल्द पहचान कर उनको उपचार उपलब्ध कराया जा सके।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रामेश्वर शर्मा ने बताया, “देश से पूरी तरह से टीबी को खत्म करने के लिए जरूरी है कि बीमारी का शुरुआत में ही उपचार शुरू किया जाए। लक्षणों से अनजान लोगों को जब तक बीमारी के बारे में पता चलता है तब तक वह कई और लोगों को यह बीमारी दे चुके होते हैं। यह बीमारी खांसने और छींकने से फैलती है। इसलिए समय रहते बीमारी का उपचार बहुत जरूरी है”।
रीच संस्था के देव ज्योति महापात्रा ने प्रशिक्षण के दौरान टीबी चैम्पियनो को टी.बी के लक्षणों, उपचार एवं देश में टीबी बीमारी की क्या स्थिति है के बारे में जानकारी दी ।
यह हैं टीबी होने के कारण
जैसे संक्रमित गाय का दूध पीने से, संक्रमित व्यक्ति की छींक व खांसी से, प्रतिरोधक शक्ति कमजोर हो तो शरीर में टीबी के जीवाणु पनपने लगते हैं ।
लक्षण
दो सप्ताह से अधिक खांसी रहना, अकारण वजन का घटना व भूख न लगना, लगातार थकावट रहना, एक सप्ताह से अधिक समय तक बुखार बने रहना इसके प्रमुख लक्षण हो सकते है ।
कहॉं कराएँ टी.बी. की जॉंच
अगर तीन सप्ताह से ज्यादा खांसी हो तो नजदीक के सरकारी अस्पताल/ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र , जहॉं बलगम की जॉंच होती है, वहॉं बलगम के तीन नमूनों की निःशुल्क जॉंच करायें। टी.बी. की जॉंच और इलाज सभी सरकारी अस्पतालों में बिल्कुल मुफ्त किया जाता है।
उपचार
डॉक्टर से सलाह लें, डॉक्टर द्वारा बताई गई प्रतिरोधक दवाइयां नियमित रूप से पूरी अवधि तक ले ।
रोकथाम
रोगी को अलग कमरे में रखें, फल सब्जियों से युक्त भोजन लें , शरीर में प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए प्रतिदिन सुबह-शाम सैर करने जांऐ,और समय पर बच्चों का टीकाकरण कराएं ।
प्रशिक्षण के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अशोक सिंह, जपाइगो के डॉ प्रफुल शर्मा, डब्ल्यू.एच.ओ. कंसल्टेंट डॉ रोचक सक्सेना, जिला समन्वयक शिशिर जायसवाल, संतोष सिंह, राजेश विश्वकर्मा एवं लगभग 22 टीबी चैंपियन मौजूद रहे ।
