पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को एक बार फिर लोगों से अपील की है कि सभी कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी एसओपी (मानक परिचालन प्रक्रिया) का पालन करें. उन्होंने लोगों से कहा है कि अगर वह बचाव के उपाय नहीं अपाएंगे, तो पाकिस्तान भी उसी स्थिति का सामना करेगा, जिसका सामना अभी भारत कर रहा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थिति तेजी से बदल रही है और आने वाले दिनों में देश में लॉकडाउन लगाया जा सकता है.
इमरान खान ने लॉकडाउन का बचाव करते हुए कोविड-19 एसओपी के पालन के लिए पाक सेना की मदद भी मांगी है. राष्ट्रीय समन्वय समिति की बैठक के बाद इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं आप सबसे अपील करता हूं कि एसओपी का पालन करें, ताकि हमें वो कदम ना उठाने पड़ें जो अभी भारत उठा रहा है, जिसका मतलब है लॉकडाउन लगाना. जब आप मास्क लगाएंगे तो आधी परेशानी तो ऐसे ही खत्म हो जाएगी.’
इमरान खान ने कहा, ‘अगर हमारी हालत भारत के जैसी हो जाएगी, तो हमें शहर बंद करने पड़ेंगे. हम वो नहीं कर सकते क्योंकि जैसा कि अनुभव से पता चलता है, लॉकडाउन लगने से सबसे अधिक परेशानी गरीबों को झेलनी पड़ती है. लोग मुझसे कह रहे हैं कि आज लॉकडाउन लागू कर दीजिए, लेकिन हम ऐसा करने नहीं जा रहे हैं और मैं एक बार फिर दोहरा रहा हूं, इससे दिहाड़ी मजदूरी करने वालों को सबसे ज्यादा संघर्ष का सामना करना पड़ता है.’ इसलिए हमें कुछ करने की जरूरत है.
प्रधानमंत्री इमरान खान ने लोगों से कहा है कि वह बचाव के उपाय अपनाना शुरू कर दें. बिल्कुल वैसे ही जैसे पिछले साल रमजान के समय अपनाए थे. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ऐसा अकेला देश है, जिसने बीते साल रमजान में मस्जिदों को खोला था. मुझे गर्व है कि किस तरह हमारे धार्मिक विद्वानों और इमामों ने लोगों को बचाव के उपायों के बारे में सूचित किया. ‘ उन्होंने कहा, ‘अगर हम बचाव के उपायों का पालन नहीं करेंगे, तो हमें लॉकडाउन लगाना पड़ेगा, जिससे उस समय हमारी अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी, जब वह बढ़ रही है.’