महासमुन्द, छत्तीसगढ़ / महासमुन्द सरायपाली विद्युत सब स्टेशन में काम करने वाले 140 कर्मचारियों के साथ एसपीडीसीएल के ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं। पिछले दस साल से अपनी मेहनत की कमाई के लिए कर्मचारी अधिकारियों से शिकायत कर रहें हैं। ठेकेदार का दबदबा इतना कि अधीक्षक यंत्री से लेकर रायपुर विद्युत विभाग के दफ्तरों का चक्कर लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नही हो रही हैं।
140 विद्युत कर्मचारियों की जो सरायपाली के सब स्टेशन में पिछले 20 सालों से काम रहे हैं। ठेकेदार मनोज ढोलकिया के अंदर काम करने वाले इस विद्युत कर्मचारियों की शिकायत है कि पिछले 10-12 साल से उन्हें कलेक्टर दर पर विद्युत विभाग भुगतान कर रहा है लेकिन ठेकेदार इन कर्मचारियों के फर्जी हस्ताक्षर कर उनकी मेहनत की कमाई डकार रहा है। कलेक्टर दर पर इन कर्मचारियों को लगभग 9 हजार रुपए मेहनताना मासिक मिलता है जिसमें से ठेकेदार 6 से 7 हजार रुपए ही इन कर्मचारियों को वेतन दे रहा है। ठेकेदार की मनमानी इन कर्मचारियों के साथ यहीं नहीं रूकी है। ठेकेदार ने यहां तक इन कर्मचारियों के ईपीएफ की राशि भी इनके खाते में जमा नहीं कर रहा है। ठेकेदार की मनमानी के खिलाफ जिन कर्मचारियों ने आवाज उठाने की कोशिश की है उन कर्मचारियों को ठेकेदार ने काम से बाहर कर दिया है।
बावजूद इसके इन 140 कर्मचारियों ने अब लाम बंद होकर आरपार की लड़ाई लडऩे की ठान ली है और ठेकेदार मनोज डोलकिया के खिलाफ रायपुर के अधिकारी सहित महासमुन्द के अधीक्षण यंत्री पीएल सिदार से आज लिखित में ठेकेदार की शिकायत की गई है और कर्मचारियों ने कहा है कि विद्युत विभाग ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता है तो वह भूख हड़ताल करने को मजबूर होगें।
क्या कहते हैं मामले में विद्युत विभाग के अधिकारी। विद्युत विभाग महासमुन्द के अधीक्षण यंत्री पीएल सिदार का कहना है कि कर्मचारियों के शिकायत के बाद विद्युत ठेकेदार को नोटिस भेजा गया है साथ ही उनका पेमेंट रोक दिया गया है। मामले को एक सप्ताह के भीतर सुलझा लिया जायेगा।