00 अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने पत्रकारिता में रखा कदम फिल्म उद्योग को लेकर पूछे थे मुखिया से कई सवाल
धमतरी / कहते हैं संघर्ष जीवन में आपको हर एक चीज सिखाता है बिना संघर्ष आप शायद ही कुछ बन पाए हो यह कहावत नहीं बल्कि इसमें छिपी सच्चाई उजागर करती है आज के हमारे नायक की कहानी आज के हमारे नायक हैं राजू दीवान जो छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री का जाना पहचाना चेहरा है 2004 से फिल्मी दुनिया में कदम रखने वाले राजू दीवान चॉकलेटी हीरो के नाम से पहचाने जाते हैं।
2004 से इनका फिल्मी कैरियर शुरू हुआ जिसमें एल्बम से शुरुआत कर राजू दीवान ने बड़े रुपहले पर्दे पर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया लगातार इनकी बैक टू बैक 3000 से अधिक वीडियो एल्बम छत्तीसगढ़ के साथ-साथ भोजपुरी और ओड़िया इंडस्ट्री में छा गया इसके बाद 2007 में इन्हें इनकी पहली फिल्म बांटा मिला जोरदार अभिनय के चलते लगातार इन्हें फिल्म मिलती रही और 2007 से 2012 तक बैक टू बैक 14 फिल्म इनकी रिलीज हुई दुर्भाग्य यह रहा कि इनमें से कोई भी फिल्म सुपरहिट ना हो सकी फिल्में एवरेज रही इन्हें जो निर्माता मिले वह फिल्में तो बना लेते थे मगर फिल्म बनाने के बाद प्रमोशन तक उनकी कमर ढीली हो जाती थी जहां राज्य शासन का कोई भी सहयोग फिल्म निर्माताओं को उस समय नहीं हुआ करता था यह सब पीड़ा देख रहे थे और समझ भी रहे थे।
लगातार छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार 15 वर्ष रही मगर राज्य सरकार ने कभी भी अपने प्रदेश के कलाकारों की सुध न ली ना ही फिल्म को उद्योग का दर्जा दिया। 2015 में फिल्मों से किनारा कर राजू दीवान ने पत्रकारिता शुरू की और ग्रैंड न्यूज़ धमतरी के ब्यूरो चीफ बनकर कार्यभार संभाला। राजू दीवान को जब भी मौका लगता प्रदेश के किसी मंत्री नेता या मुख्यमंत्री से वार्ता करने की उनके प्रश्नों में फिल्म उद्योग से जुड़े प्रश्न जरूर रहते थे समाज में जागरूकता शासन-प्रशासन की योजनाओं को प्रमुखता से लोगों तक पहुंचाने का दायित्व भी बखूबी निभा रहे थे। इनकी कार्यशैली को देखकर इन्हें पत्रकारिता जगत में भी बहुत सम्मान मिला और आज वर्तमान में छत्तीसगढ़ जनलिस्ट यूनियन के रायपुर संभाग उपाध्यक्ष और जिला इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संघ के उपाध्यक्ष के तौर पर अपना दायित्व निभा रहे हैं साथ ही साथ फिल्मों में भी सक्रिय होकर सुंदरानी फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बनने वाले कई प्रमोशन विज्ञापन फिल्म के साथ-साथ शॉर्ट फिल्म direction कर रहे हैं शॉर्ट फिल्म डायरेक्शन में भी इन्होंने अपना लोहा मनवाया और विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत जागरूकता के लिए बनाई गई फिल्म निम्मो को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया जहां चीफ जस्टिस के हाथों फिल्म के डायरेक्टर राजू दीवान को सम्मानित किया गया राजू दीवान की अगर हम बात करें तो शुरू से ही उनके मन में एक लालसा थी कि वह नायक की तरह जिए नायक बनकर लोगों के सामने प्रस्तुत हो जिस में भी हर क्षेत्र में सफल रहे आज सफल अभिनेता के साथ साथ सफल पत्रकार बनकर समाज सुधार के कई काम कर रहे हैं जहां अपने अभिनय से लोगों की वाहवाही लूट रहे हैं तो वहीं पत्रकारिता जगत में शासन की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में उनके कलम की अहम भूमिका रही है राजू दीवान का मानना है कि फिल्मी दुनिया ने उन्हें बहुत कुछ दिया उनके जीवन संगिनी फिल्मी दुनिया से है उड़ीसा की सुपरस्टार सोनाली महापात्र जो कि छत्तीसगढ़ी फिल्मों में भी नजर आई है उनकी जीवन साथी है राजू दीवान का उद्देश्य है अपने अधिकारों के लिए लड़ना संघर्ष करना और आखिरी वक्त तक संघर्ष करते रहना।