अंबिकापुर / एटीएम कार्ड बदल कर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को सरगुजा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।गिरफ्तार आरोपितों में बिहार के नवादा जिला के ग्राम नवाजगढ़ थाना वारसलीगंज निवासी दीपक कुमार भूमिहार, ग्राम पचाढा थाना हिसुआ निवासी राहुल कुमार सिंह, ग्राम पचाढा थाना हिसुआ निवासी निशांत कुमार भूमिहार, थाली बाजार थाना गोविन्दपुर निवासी राजेश कुमार शामिल है।
इनके कब्जे से साढ़े तीन लाख नकद,एक एक्सयूवी वाहन,पिस्टल,मैगजीन सहित कई एटीएम कार्ड बरामद किया गया है।इन आरोपितों ने झारखंड,बिहार व छत्तीसगढ़ में एक सौ से अधिक ठगी की घटनाएं कारित की है। इनमें सरगुजा जिले के आठ व सरगुजा पुलिस रेंज के बीस मामलों का पर्दाफाश हुआ है। आरोपितों द्वारा अलग-अलग खातों में जमा कराई गई लगभग साढ़े तीन लाख रुपये को पुलिस ने साइबर पोर्टल के माध्यम से होल्ड करा दिया है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर, सूरजपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में घूम – घूम कर हथियारों से लैस होकर बिना सुरक्षा प्रहरी वाले एटीएम को रेकी कर घटना कारित करते थे। वहां पर एटीएम से पैसा आहरित करने वाले लोगों को चिन्हित कर उन्हें झांसे में लेकर उनका पिन लेकर उनके एटीएम कार्ड की अदला- बदली कर ठगी को अंजाम देते थे, आरोपितों द्वारा अपने पास पीओएस मशीन, स्वाइप मशीन भी रखा जाता था। एटीएम कार्ड बदल पिन नंबर प्राप्त करने के बाद आरोपितों के द्वारा तत्काल अपने पास रखे स्वाइप मशीन के माध्यम से स्वाइप कर या अलग-अलग जगह पर जाकर एटीएम से नकद राशि आहरित कर लिया जाता था।
सरगुजा पुलिस ने बताया कि आरोपित पहले झारखंड व बिहार में सक्रिय थे। इसी साल इन्होंने झारखंड के रास्ते छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया था। सरगुजा जिले में एटीएम कार्ड बदलकर ठगी के आठ प्रकरण दर्ज होने के बाद सोलह सदस्यीय टीम का गठन किया गया था। इस विशेष टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसी कैमरों का फुटेज निकाल आरोपितों की खोजबीन शुरू की थी।साइबर सेल ने भी मेहनत की। आरोपितों द्वारा उपयोग किये गए एटीएम,जिन खातों में राशि अंतरित हुई उसका डिटेल, पीओएस मशीन के नंबर से पुलिस को अहम जानकारी मिली। इसी के आधार पर पुलिस टीम ने बिहार के नवादा,राजगीर और झारखंड के रांची में जाकर चारों आरोपितों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि आरोपितों द्वारा दिन में घूम- घूम कर सुरक्षा गार्ड रहित एटीएम को चिन्हित कर जिस समय कम लोग एटीएम में प्रवेश करते हैं उसी समय को एटीएम बूथ में घुसकर वहां एटीएम से पैसा आहरित कर रहे व्यक्तियों को झांसे में लेते थे।लोगों को राशि आहरण करने में सहयोग देने के बहाने से उन्हें प्रभावित कर उनके एटीएम कार्ड को बदल लेते थे। इसी बीच ध्यान भटका कर उनके एटीएम पिन भी पता कर लेते थे। उसके बदले उसी रंग का किसी अन्य बैंक के एटीएम को बदल कर दे देते थे। बदलकर प्राप्त किए गए एटीएम को तत्काल अपने पास रखे गए स्वाइप मशीन से तत्काल राशि दूसरे खाते में अंतरित कर ठगी कर लेते थे। कई स्थानों पर नकदी में रकम भी अन्य एटीएम में जाकर आहरित किया करते थे। दो आरोपित चारपहिया वाहन में हथियार के साथ बैठते थे।दो आरोपित एटीएम बूथ में प्रवेश करते थे।