डिंडौरी / शुक्रवार को जोगीटिकरिया में आयोजित जनसेवा शिविर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तीखे तेवर देखने को मिले। उन्होंने मंच पर कलेक्टर रत्नाकर झा और जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी टीआर अहिरवार को बुलाकर जब उज्जवला योजना की प्रगति के बारे में जानकारी ली तो लक्ष्य पूर्ति नहीं होने पर वे गुस्से में आ गए। उन्हें बताया गया कि जिले में 70 हजार लोगों को उज्ज्वला योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें अभी तक केवल 22 हजार लोगों को ही लाभ मिला है। इस लापरवाही पर सीएम ने मंच से ही फटकार लगाते हुए जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी को निलंबित करने का आदेश दिया। जैसे ही मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की, वहां उपस्थित लोग तालियां बजाने लगे।
मुख्यमंत्री ने मंच पर कलेक्टर रत्नाकर झा को भी बुलाया। कलेक्टर के बगल में जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी टीआर अहिरवार भी खड़े थे। शिवराज ने कहा कि जनवरी से अब सितंबर हो गया। ये कब तक चलेगा। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना का लाभ नहीं मिल रहा। इसलिए इन्हें निलंबित करिए। इस बीच जनता से भी आवाज कि इन्हें हटाइए। सीएम ने जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी से कहा कि आपको निलंबित कर रहे हैं, आप जाओ।
शिवराज ने कलेक्टर से पूछा कि जिले में गैस एजेंसियां कितनी हैं। एजेंसी वाले पैसे तो नहीं लेते। जनता से आवाज आई कि लेते हैं। सीएम ने फिर पूछा कि जब उज्ज्वला योजना का गैस कनेक्शन लेने जाते हैं तो क्या पैसे लगते हैं। जनता ने फिर कहा कि हां, लेते हैं। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि जितनी भी गैस एजेंसी वाले हैं, सबकी जांच करो और जांच कर मुझे रिपोर्ट दो। बेईमानी की होगी तो एक को भी नहीं छोड़ूंगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 सितंबर से 31 अक्टूबर तक शिविर चलेगा। उन्होंने कलेक्टर रत्नाकर झा से कहा कि इसके बाद अगर एक भी लाभार्थी बच गया तो मैं आपको नहीं छोड़ूंगा, यह समझ लेना। जो संबंधित जिम्मेदार अधिकारी हैं, उन पर भी कार्रवाई होगी। मंच पर केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।