रायपुर। राजधानी रायपुर पुलिस के निजात अभियान में उल्लेखनीय योगदान देने वाले बारह अधिकारी कर्मचारी को पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने फरवरी माह के कॉप ऑफ द मंथ से सम्मानित किया गया है। चुने गए कर्मचारियों को नगद ईनाम एवं गुड सर्विस एंट्री व प्रशंसापत्र के साथ ही उनका फोटो समस्त पुलिस कार्यालयों और जिले के सभी थाना व चौकी के नोटिस बोर्ड पर पूरे माह के लिए लगा रहेगा। बता दें कि एसएसपी संतोष सिंह द्वारा प्रति माह “कॉप ऑफ द मंथ’’ पुरस्कार देने की शुरुआत की गई है।
ये हैं कॉप ऑफ द मंथ
उप निरीक्षक संतोष पुरिया द्वारा निजात अभियान के अंतर्गत नशे के रूप में प्रयुक्त हो रहे कोडीन सिरप के अंतर्राज्यीय तस्कर को दिल्ली से गिरफ्तार करने और प्रधान आरक्षक बच्चन ठाकुर थाना आमानाका द्वारा गौ-तस्करी के 06 आरोपियों की गिरफ्तारी में उत्कृष्ट योगदान देने सहित कुल बारह पुलिसकर्मी को कॉप ऑफ द मंथ चुना गया।
एसीसीयू के उप निरीक्षक संतोष पुरिया व प्रधान आरक्षक सरफराज चिस्ती द्वारा निजात अभियान के अंतर्गत कोडीन सिरप के अंतर्राज्यीय आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार करने प्रधान आरक्षक बच्चन ठाकुर थाना आमानाका द्वारा गौ-तस्करी के 06 आरोपियों को गिरफ्तारी में उत्कृष्ट योगदान दिया था।
इसी तरह आरक्षक सुदीप मिश्रा थाना खमतराई द्वारा अपहृत बच्चे को खोजबीन कर मय आरोपी बरामद किया। आरक्षक किशन बंजारे तत्का.थाना राखी व आरक्षक प्रीतम पुरेना ने कार लूट के 05 आरोपियों की गिरफ्तारी, आरक्षक प्रमोद बेहरा व महिला आरक्षक बबीता देवांगन एसीसीयू द्वारा 70 लाख के बीमा संबंधी धोखाधड़ी के 14 आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार में उत्कृष्ट योगदान हेतु, आरक्षक कुलदीप द्विवेदी एसीसीयू द्वारा आटो में छूटे बैग मय जेवरात व नगदी कीमती 5.50 लाख की बरामदगी के कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
वहीं प्रधान आरक्षक रेवेन्द्र मधुकर यातायात द्वारा यातायात व्यवस्था के सुगम संचालन के लिए, सउनि (अ) अनुभव जॉन एसपी कार्यालय को सौंपे गये कार्यालयीन कार्यो को बेहतर ढंग से संपादन के लिए, आरक्षक अखिलेष साहू रक्षित केन्द्र द्वारा सौंपे गये कार्यो का उत्कृष्ट निष्पादन करने के लिए कॉप ऑफ द मंथ सम्मान से एसपी कार्यालय में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर एएसपी कीर्तन राठौर व एएसपी ओमप्रकाश शर्मा, स्टेनो सुरेश टंडन सहित अन्य कार्यालयीन अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
गैरहाजिर रहने पर मिली सजा
इसके साथ ही फरवरी में लंबे समय से अनाधिकृत रूप से गैरहाजिर रहने पर एसएसपी द्वारा एक आरक्षक को न्यूनतम पद पर अवनत किया गया एवं तीन आरक्षकों को सस्पेंड कर लाईन अटैच किया गया। दो को बंदी पेशी के दौरान लापरवाही बरतने और एक को ड्यूटी के दौरान शराब सेवन करने पर सस्पेंड किया गया था, जिनकी प्राथमिक जांच शुरू की गई है।