रायपुर : नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाबल के तीन जवान घायल हो गए. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के छोटेबेठिया पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत जंगल में नक्सलियों से मुठभेड़ में सुरक्षाबल के तीन जवान घायल हो गए. उन्होंने बताया कि छोटेबेठिया क्षेत्र में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के एक संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था.
दल जब क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसमें दो जवान घायल हो गए. सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बताया जा रहा है कि नक्सलियों का टॉप कमांडर भी मारा गया है. सुरक्षबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया टॉप नक्सली कमांडर शंकर साव पर पुलिस ने 25 लाख रुपये का इनाम रखा था. बीएसएफ ने बताया, कांकेर में मुठभेड़ के दौरान मारे गए 29 सीपीआई माओवादी कैडरों के शव बरामद कर लिए गए हैं. घटनास्थल से 7 एके सीरीज के राइफल और 3 लाइट मशीन गन बरामद की गई हैं.
मुठभेड़ के दौरान एक बीएसएफ कर्मी के पैर में गोली लगी और निकाले जाने के बाद वह खतरे से बाहर है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांकेर जिले में हुई नक्सल मुठभेड़ पर कहा कि कांकेर में आज दोपहर लगभग दो बजे जिला कांकेर के थाना छोटेबेटिया क्षेत्रांतर्गत बिनागुंडा एवं कोरोनार के मध्य हापाटोला के जंगल में डीआरजी एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में अभी तक 29 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। घायलों को अस्पताल में लाया जा रहा है।
मुठभेड़ में 03 जवान भी घायल हुए हैं, उनका उपचार किया जा रहा है। घायल जवानों की स्थिति सामान्य और खतरे से बाहर हैlयह ऐतिहासिक सफलता है। मैं इस मुठभेड़ में शामिल सभी जवानों और सुरक्षा अधिकारियों को बधाई देता हूँ। छत्तीसगढ़ के नक्सल मामलों के इतिहास की यह सबसे बड़ी सफलता है। माओवादी लोकतंत्र में आस्था नहीं रखते और हर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को हिंसात्मक गतिविधि से प्रभावित करते हैं। इस मामले में भी ऐसा लगता है कि माओवादी चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश में थे।
छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा, बड़ी संख्या में नक्सलियों को मार गिराया गया है. मैं सुरक्षा बलों के जवानों को बधाई देना चाहता हूं. हम सभी सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में काम कर रहे हैं. केंद्रीय एचएम अमित शाह हमें मार्गदर्शन दे रहे हैं. नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जो भी जरूरी होगा वो किया जाएगा. कोई ढिलाई नहीं होगी. आने वाले समय में नक्सल मुक्त बस्तर के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे. सरकार बातचीत के लिए तैयार है.
बातचीत और चर्चा से समाधान निकलना चाहिए और बस्तर में शांति होनी चाहिए. छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में पुलिस ने घोषणा की है कि जो लोग नक्सलियों की गिरफ्तारी या उनके मारे जाने में पुलिस की मदद करेंगे उन्हें आरक्षक के रूप में भर्ती किया जाएगा तथा पांच लाख रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा. मध्य प्रदेश की सीमा से लगे इस जिले के नक्सल प्रभावित गांवों में बांटे गए पर्चे में लिखा है, सूचना दो इनाम पाओ.
किसी भी व्यक्ति के द्वारा नक्सलियों को पकड़वाया जाएगा या उसकी सूचना पर मुठभेड़ में यदि नक्सली मारा जाएगा तो उस व्यक्ति को कबीरधाम पुलिस की ओर से पांच लाख रुपए नकद इनाम एवं पुलिस की शासकीय नौकरी दी जाएगी तथा आत्मसमर्पण करवाने पर नकद इनाम दिया जाएगा. कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया, ‘हमने पिछले दो दिनों में माओवाद प्रभावित गांवों में अपने नए प्रस्ताव के पर्चे बांटे हैं और पोस्टर चिपकाए हैं.
हमने जिले के नक्सल प्रभावित गांवों में मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं को व्हाट्सएप पर संदेश भी भेजा है. उन्होंने बताया, ‘माओवादी की गिरफ्तारी या मारे जाने में सहयोगपरक सूचना देने पर ग्रामीणों को तत्काल पांच लाख रुपए दिए जाएंगे. यह राशि किसी भी नक्सली पर राज्य/केंद्र सरकार द्वारा घोषित इनाम से अतिरिक्त होगी. छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में लोकसभा चुनाव होने हैं. पहले चरण में एक मात्र लोकसभा सीट बस्तर में 19 अप्रैल को मतदान होना है.
उसके बाद दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को राजनंदगांव, महासमुंद और कांकेर. जबकि तीसरे और आखिरी चरण के लिए मतदान राज्य के सुरगुजा, रायगढ़, जांजगिर चंपा, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर में 7 मई को होंगे. छत्तीसगढ़ में लोकसभा की कुल 11 सीटे हैं.