रायपुर। भारतीय म्यूचुअल फंड उद्योग 2024 में तेजी गति से बढ़ रहा है, सकल प्रबंधनाधीन सम्पत्तियां (एयूएम) रु. 60 लाख करोड़ के आंकड़े की तरफ अग्रसर हैं। मई 2024 तक उद्योग का कुल एयूएम रु. 58.91 लाख करोड़ हो चुका था।
इक्विटी बाजारों में दमदार उछाल आई जिसके चलते जून 2024 में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही बेंचमार्क ने नई ऊंचाईयां छुई हैं। इससे इक्विटी म्यूचुअल फंड और सिस्टेमेटिक इन्वैस्टमेंट प्लान (एसआईपी) स्कीमों दोनों के ही एयूएम को बल मिला है। एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक केवल मई 2024 में ही म्यूचुअल फंड एसआईपी योगदान रु. 20,904 करोड़ रहा है और सकल एसआईपी एयूएम अब रु. 11,52,801 करोड़ हो चुका है। बीते माह म्यूचुअल फंड एसआईपी अकाउंट रिकॉर्ड 8.75 करोड़ से ऊपर पहुंच गए जबकि 49.74 लाख से ज्यादा नई एसआईपी जुड़ी हैं। इसी तरह, इक्विटी में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड्स में नैट् इनफ्लोस मई महीने में रु. 25 लाख करोड़ का आंकड़ा पार कर के रु. 25.39 लाख करोड़ पर पहुंचा।
साल दर साल यूनियन म्यूचुअल फंड ने इक्विटी एवं डेट फंड स्कीमों में अपने कारोबार का विस्तार किया है। 31 मई 2023 को जहां यूनियन एएमसी का कुल एयूएम रु. 10,774 करोड़ था वह 31 मई 2024 को यह रु. 16,086 करोड़ हो गया।
यूनियन एएमसी ने केन्द्रीय भारत में बहुत तेजी से प्रगति की है। मार्च 2024 तक यूनियन म्यूचुअल फंड ने छत्तीसगढ़ से 10,000 फोलियोज़ के संग लगभग रु. 300 करोड़ का एयूएम प्राप्त किया।
केन्द्रीय भारत में अपनी विस्तार योजना के तहत यूनियन एएमसी ने आज रायपुर में अपने नए शाखा कार्यालय की शुरुआत की है। इसका उद्घाटन मुख्य कार्यकारी अधिकारी मधु नायर और मुख्य विपणन अधिकारी सौरभ जैन ने किया।
उद्घाटन कार्यक्रम में मधु नायर ने कहा, ’’रायपुर शहर में अपनी नई शाखा आरंभ करते हुए हम बहुत प्रसन्न हैं। बीते वर्षों में यहां से निवेशकों की म्यूचुअल फंड में भागीदारी ठोस दर से बढ़ रही है। इक्विटी एवं डेट स्कीमों का प्रबंधन करने का हमारा बहुत अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है और हम ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को प्रोत्साहित कर रहे हैं कि वे एसआईपी के जरिए हमारी म्यूचुअल फंड स्कीमों में निवेश करें। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत तीव्र गति से प्रगति कर रहा है, ऐसे में म्यूचुअल फंड के माध्यम से इक्विटी बाजारों में निवेश करने से निवेशकों को अपना निवेश पोर्टफोलियो डाइवर्स करने की सुविधा मिलेगी और वक्त के साथ-साथ अपनी पूंजी में वृद्धि की अपेक्षा कर सकते हैं।’’