Sunday, January 12, 2025
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क्या थायराइड से सेक्स ड्राइव प्रभावित होती है,अगर किसी महिला को थायराइड है तो जानिए क्या होगा…

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नई दिल्ली:- आजकल के गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण थायराइड की समस्या लोगों में आम हो गई है। आपको बता दें कि थायराइड एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है, जो गर्दन के अंदर मौजूद होती है। यह ग्रंथि थायरोक्सिन हार्मोन का उत्पादन करती है, जो शरीर के मेटाबॉलिक रेट और एनर्जी लेवल को कंट्रोल करता है। जब थायराइड ग्रंथि अपना काम ठीक से करना बंद कर देती है, हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायराइडिज्म की समस्या होती है। थायराइड की बीमारी होने पर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके कारण तेजी से वजन में बदलाव, कमजोरी, चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग्स, मांसपेशियों में दर्द, कब्ज, त्वचा ड्राई होना और बाल झड़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, थायराइड की समस्या का असर सेक्स लाइफ पर भी पड़ सकता है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल के सीनियर डायरेक्टर – इंटरनल मेडिसिन डॉ पवन कुमार गोयल से बातचीत की। आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि थायराइड के कारण सेक्स लाइफ कैसे प्रभावित होती है। तो आइए, जानते हैं इसके बारे में विस्तार से –

थायराइड महिलाओं की सेक्स लाइफ को कैसे प्रभावित करता है?

हाइपोथायरायडिज्म या कम सक्रिय थायरॉयड के कारण अक्सर थकान, अवसाद और कमजोरी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। अत्यधिक थकान या कमजोरी के कारण महिला की सेक्स ड्राइव प्रभावित हो सकती है। इससे यौन इच्छा में बदलाव हो सकता है और यौन क्रिया में कमी भी आ सकती है। इसके अलावा, हाइपोथायरायडिज्म के कारण योनि में सूखापन हो सकता है। दरअसल, थायराइड की समस्या के कारण वजाइनल ल्युब्रीकेंट कम हो जाता है। यह यौन गतिविधि को असुविधाजनक या यहां तक ​​कि दर्दनाक बना सकता है।

वहीं दूसरी ओर, हाइपरथायरायडिज्म या अतिसक्रिय थायराइड के कारण चिंता, बेचैनी, एंग्जायटी और सोने में कठिनाई जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन सभी समस्याओं का सेक्स लाइफ पर बुरा असर पड़ता है। इसके कारण यौन इच्छा में कमी आ सकती है और इंटिमेसी भी प्रभावित होती है। जब आप थायरॉयड विकार से पीड़ित होते हैं, तो आपके टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है। यह आपकी कामेच्छा को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।

क्या है इलाज

अगर कोई महिला इन समस्याओं का सामना कर रही है, तो उसे डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। दवाओं और उचित उपचार से थायरॉयड के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से हार्मोनल संतुलन बनाए रखा जा सकता है और ऊर्जा के स्तर में सुधार किया जा सकता है। इसके अलावा, अपनी भावनाओं और समस्याओं के बारे में अपने साथी के साथ खुलकर बात करें। इससे आपका रिश्ता मजबूत होगा और आपका पार्टनर उपचार प्रक्रिया के दौरान आपको भावनात्मक समर्थन प्रदान कर सकता है। ध्यान रखें कि थायराइड का समय पर इलाज किया जाए और इसे दवाओं से कंट्रोल में रखा जाए, तो लगभग सभी सेक्स प्रॉब्लम आसानी से दूर हो सकती हैं।

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