रायपुर: राजधानी रायपुर में गौमांस बिक्री के आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस घटना को गंभीर अपराध करार दिया है। उन्होंने इसे न केवल धार्मिक आस्था बल्कि सामाजिक सद्भाव पर भी आघात बताया। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए कहा, “गौमांस बिक्री न केवल गंभीर अपराध है, बल्कि यह हमारी धार्मिक आस्था और सामाजिक शांति पर गहरा आघात है।” उन्होंने आरोपियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “गौमाता की तस्करी करने वाले या तो अपनी हरकतें सुधार लें या छत्तीसगढ़ छोड़ दें। ऐसे अपराधियों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है।”
पुलिस ने घटना के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए गौमांस बिक्री के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है, और लोग पुलिस और प्रशासन से ऐसे मामलों पर सख्त निगरानी रखने की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश में गौमाता की तस्करी और इस तरह के अपराध कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
यह घटना छत्तीसगढ़ में गौ संरक्षण और अपराध नियंत्रण पर कड़े कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी, ताकि सामाजिक शांति बनी रहे और धार्मिक आस्थाओं का सम्मान किया जा सके।
क्या है मामला-
रायपुर के मोमिनपारा इलाके में बीती रात गौकशी से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया। पुलिस ने इलाके में छापा मारकर एक घर से बड़ी मात्रा में गौ मांस बरामद किया। जानकारी के मुताबिक, दो गायों की गौकशी कर मांस बेचे जाने की योजना थी, जिसके तहत पुलिस ने मौके से 226.6 किलो मांस जब्त किया। इस मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।