सुकमा । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जिले को 205 करोड़ से अधिक राशि के 137 विकास कार्यों का सौगात दिए है। आज छेर छेरा पर्व मनाया जा रहा सभी को छेर-छेरा पर्व बधाई शुभकामनाएँ। आज सुकमा जिले को जलप्रदाय योजना के तहत हर घर पेयजल, खेल अधोसंरचना हेतु स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, सड़को के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया गया। सरकार संवेदनशील जिलों में सरकार और सुरक्षा बलों के जवान, नक्सलवाद से लड़ रहे है। छत्तीसगढ़ को विकसीत और विकासशील बनाने में सभी सहयोग करें। केंद्रीय गृहमंत्री के पहल पर देश को माओवाद खत्म करने के लिए सरकार काम कर रही मार्च 2026 पूरा करेंगे,बस्तर क्षेत्र में शांति स्थापित करने में सरकार सफल होगी। हाल ही बीजापुर के शहीद हुए जवानों को श्रध्दांजलि । सोमवार को मुख्यमंत्री साय सुकमा के मिनी स्टेडियम में आयोजित लोकार्पण- शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
क्षेत्र में सुरक्षा कैम्प को बढ़ाया जा रहा ये सुरक्षा कैम्प को सुविधा केंद्र भी कहा जाता है। कैम्प के समीप स्थित सभी गाँव को सरकार ने नियद नेल्लानार योजना के तहत सभी ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं को दिया जा रहा हैं। इन गाँवों में सड़क, विद्युत, राशन कार्ड, टीवी टावर, मोबाइल टावर, पेयजल की सुविधा दी जा रही है। जैसे अभी पूवर्ती में 78 वर्ष बाद लोंगो ने टीवी देखा, सालातोंग में पहली बार बिजली पहुंची है। अंदरूनी इलाकों में हक्कुम मेल बस सेवा चलाई जा रही है, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में भी सराहनीय नवाचार किया गया है इसके लिए जिला प्रशासन को बधाई।
इसके साथ ही जिले में महतारी वंदन योजना, पीएम आवास योजना, आवास प्लस का सर्वे कार्य, धान खरीदी कार्य, तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि में वृद्धि, वन अधिकार मान्यता पत्र के धारकों के फ़ौती नामांतरण की कार्यवाही भी किया जा रहा। इसके अलावा बस्तर में बदलाव की बयार के लिए इस बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया गया जिसमें 1 लाख 65 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने पंजीयन करवाया और प्रतियोगिता में भाग लिए। बस्तर ओलंपिक की सराहना प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम में की। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विकास की मुख्यधारा से अंदरूनी क्षेत्र के लोग जुड़े क्षेत्र में शांति कायम करने सहयोग करें। उन्होंने कहा कि करप्शन के मामले में जीरो टालरेट नीति अपनाई जाएगी, सरकार सख्ती से कार्यवाही करेंगी।
कार्यक्रम को वन मंत्री केदार ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने का प्रयास कर रही है। सुकमा जिला के गठन के बाद से लगातार विकास के कार्य हो रहे हैं। कार्यक्रम को बस्तर सांसद महेश कश्यप ने भी संबोधित किया।
सुकमा प्रवास के दौरान समग्र शिक्षा आकार (दिव्यांग) के राहुल पदामी ने मुख्यमंत्री को चित्रकला भेंट किया साथ ही मुख्यमंत्री ने दिव्यांग रघुनाथ नाग और सोडी बीड़े को प्रशस्ति पत्र दिया। साथ ही नीट कोचिंग से एमएमबीएस के चयनित सिल्की नेताम और गुलशन मुड़ियामी तथा बस्तर ओलंपिक में संभागीय प्रतियोगिता में भाला फेंक में पहला स्थान पाने वाली सुकमा की खिलाड़ी पायल कवासी को प्रशस्ति पत्र दिया। कार्यक्रम में नक्सल पुनर्वास नीति के अंतर्गत नक्सल पीड़ित परिवार के आश्रितों को शासकीय नियुक्ति आदेश के तहत पंडा सुनीता, पोडियाम सन्नी को वितरण किया। इसके अलावा कार्यक्रम में सुकमा के विकास पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया गया। साथ ही लाइवलीहुड कालेज में कौशल विकास के लिए आईटीसी प्रथम संस्था के साथ जिला प्रशासन का एमओयू, वेस्ट मैनजमेंट के लिए बस्तर जिले के एमआरएफ वेस्ट मैनेजमेंट के साथ जिला पंचायत ने एमओयू किया और महिला स्व सहायता समूह के उत्पादों को विक्रय हेतु आकांक्षा ब्रांड के नाम दिया गया।
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने प्रशासकीय प्रतिवेदन में बताया कि जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अंतर्गत अच तक कुल 17652 का आवास स्वीकृत किया जा चुका है और 9469 आवास पूर्ण हो चुके है। वर्ष 2024-25 में 7534 आवासों की स्वीकृति उपरांत 6349 हितग्राहियो को प्रथम किश्त जारी किया जा चुका है।महतारी वंदन योजनातंर्गत इस जिले में 52159 माता-बहनों को 11 किश्तों में 53 करोड़ 10 लाख रूपये अंतरित किए जा चुके है।
खरीफ वर्ष 2024-25 में कुल 9163 किसानों से 5 लाख 08 हजार क्विटल धान खरीदी कर, कुल 116.95 करोड़ रूपये उनके खाते में अंतरित की गई। नियद नेल्लानार के तहत सुकमा जिले के 40 गाँवों में 13 शिविरो का संचालन हो रहा है।नियद नेल्लानार क्षेत्रांतर्गत 1100 परिवारों को 83 स्व-सहायता समूहों से जोड़ा गया। 14 समूहों के 140 महिलाओं को लखपति दीदी बनाने में सफलता मिली, साथ ही इनमें से 30 महिलाओं को राजमिस्त्री और सिलाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विहान योजना अंतर्गत कुल 3160 दीदीयों को लाभान्वित किया गया है। जिले में दशको से परिवहन सेवा से वंचित क्षेत्रों में पी.पी.पी. मॉडल के तहत जगरगुण्डा-कोण्टा और किस्टाराम-सुकमा मार्गाे पर 04 हक्कुम मेल बसों का संचालन हो रहा है।
वर्ष 2024-25 में जिला सुकमा अंतर्गत नक्सली हिंसा में मृत 11 व्यक्ति के परिवार को कुल 55 लाख रूपये, घायल 07 व्यक्तियों को कुल 13 लाख रुपये, नक्सली हिंसा में चल-अचल सम्पत्ति के 11 प्रकरणों में 48.20 लाख रूपये आर्थिक सहायता दिया गया है। तथा आत्मसमर्पित 471 नक्सलियों को कुल 277.75 लाख रूपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया गया है। कुल 16 नक्सली हिंसा में मृत व्यक्ति के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदाय किया गया है। 01 वर्ष में नक्सली क्षेत्रों में 37 नए टावर स्थापित एवं 115 लोकेशन का सर्वे कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जिला में संचालित जेईई-नीट कोचिंग केन्द्र सुकमा से 04 विद्यार्थियों का चयन एम.बी.बी.एस. शासकीय कालेज, 03 विद्यार्थी का बी.डी.एस. में, 01 विद्यार्थी का पी.ए.टी. तथा 01 विद्यार्थी का चयन नर्सिंग में हुआ है। इस अवसर राज्य महिला आयोग सदस्य दीपिका सोरी, गणमान्य जनप्रतिनिधि धनीराम बारसे, आयुक्त बस्तर डोमन सिंह, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर सुंदरराज पी, पुलिस अधीक्षक किरण गंगाराम चव्हाण, जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन, अपर कलेक्टर गजेन्द्र ठाकुर, सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधिगण, बहुसख्यक नागरिकगण, हितग्राही एवं अधिकारी उपस्थित थे।