नई दिल्ली:- गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु और पक्षीरा जगरुड़ के बीच हुई बातचीत के बारे में विस्तार से बताया गया है. इस पुराण में मृत्यु के बाद की गतिविधियों का ब्यौरा है जैसे मृत्यु के बाद क्या होता है. किन कर्मों का क्या फल मिलता है और किन बुरे कर्मों की क्या सजा दी जाती है. इस सारी बातों के बाके में विस्तार से गरुड़ पुराण में बताया गया है. आइए इस सेगमेंट में जानें कि आखिर उन पुरुषों को क्या सजा मिलती है जो संबंध बनाकर महिला को छोड़ देते हैं यानी धोखा देते हैं.
संबंध बनाकर महिला को छोड़ देने वाला
ऐसे पुरुष जिन्होंने किसी महिला के साथ संबंध बनाया हो और उसे छोड़ दिया हो उनके लिए भी मृत्यु के बाद दंड का प्रावधान किया गया है. वो पुरुष जो महिला के साथ सम्भोग कर उन्हें धोखा देकर छोड़ देते हैं, ऐसे लोगों की जीवात्मा के साथ नर्क में जानवर की तरह व्यवहार किया जाता है. इन दुरात्मा को मल-मूत्र भरे कुएं में डाला जाता है.
गुरु की पत्नी पर बुरी नजर रखने वाले की सजा
शास्त्रों के अनुसार गुरु पिता समान होता है और इस तरह गुरु की पत्नी मां समान होती है. ऐसे में गुरु की पत्नी के बारे में बुरा सोचना, बुरी नजर रखना मनुष्य को महापापी बनाता है. ऐसे लोगों की जीवात्मा को जयंती नामक नरक भोगना पड़ता है. जो लोग दूसरे के पति या पत्नी पर बुरी नजर रखते हैं उनकी जीवात्मा को नरक बहुक कष्ट भोगना पड़ता है. उनके अंगों पर पिघला लोहा डाला जाता है और पीटा जाता है.
नपुंसक के रूप में जन्म
गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे पुरुष जो अपने मित्र की पत्नी पर बुरी नजर रखते हो या उनके साथ संबंध बनाकर मित्र को धोखा देते हों ऐसे लोगों को नर्क में यातना झेलनी पड़ती है. ऐसे लोगों को अगले जन्म में गधा की योनी मिलती है. गरुड़ पुराण के अनुसार महिला का सम्मान न करने वाले और महिला को पीटने वाले, महिला को गाली देने वाले लोगों की आत्मा को मृत्यु के बाद नर्क भोगना होता है, इसके बाद उन्हें नपुंसक के रूप में जन्म मिलता है.