वायु गुणवत्ता सुधार में नगर निगम के प्रयासों को मिली सफलता
रायपुर। भारत सरकार के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2024 के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। रायपुर ने इस सर्वेक्षण में टॉप-10 शहरों में स्थान बनाते हुए 10 लाख से अधिक आबादी वाले 41 शहरों की प्रतिस्पर्धा में आठवां स्थान अर्जित किया है।
वायु गुणवत्ता सुधार के लिए किए गए अहम प्रयास
शहर में धूल नियंत्रण, कचरा जलाने की प्रवृत्ति पर अंकुश, निर्माण और विध्वंस अवशेषों के प्रबंधन, वायु गुणवत्ता सुधार और जनजागरूकता अभियानों के प्रभावी संचालन के कारण यह उपलब्धि संभव हुई है। नगर निगम रायपुर के कमिश्नर श्री अबिनाश मिश्रा ने बताया कि कलेक्टर एवं नगर निगम प्रशासक डॉ. गौरव कुमार सिंह के मार्गदर्शन में बीरगांव और रायपुर नगर निगम, पर्यावरण संरक्षण मंडल, सीएसआईडीसी, परिवहन, यातायात और पुलिस विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं।
नगर निगम के प्रमुख कदम
➡ धूल कम करने के लिए नियमित जल छिड़काव
➡ बीटी और सीसी सड़क निर्माण तथा एंड-टू-एंड पेविंग
➡ सी एंड डी प्रोसेसिंग प्लांट के जरिए निर्माण एवं विध्वंस अवशेषों का पुनः उपयोग
➡ शहर में अधिक से अधिक वृक्षारोपण पर जोर
➡ रात्रिकालीन यांत्रिक सड़क सफाई का दायरा 152 किमी तक बढ़ाया गया
➡ प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की सख्त जांच शुरू
➡ जनजागरूकता अभियानों के तहत आईईसी गतिविधियों का संचालन
देश के अन्य शीर्ष शहरों की सूची
इस वर्ष के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में सूरत, जबलपुर, आगरा, लखनऊ, कानपुर, वडोदरा, इंदौर, भोपाल, विजयवाड़ा और अहमदाबाद जैसे शहर भी शीर्ष 10 में शामिल हुए हैं।
क्या है स्वच्छ वायु सर्वेक्षण?
भारत सरकार द्वारा वायु गुणवत्ता सुधार कार्यक्रमों के प्रति लोगों को जागरूक करने, प्रदूषण के दुष्प्रभावों से सचेत करने, वायु गुणवत्ता का तुलनात्मक अध्ययन करने और स्वच्छ वायु का लक्ष्य प्राप्त करने के उद्देश्य से यह सर्वेक्षण किया जाता है।
नगर निगम अधिकारियों का कहना है कि आगे भी प्रदूषण नियंत्रण और स्वच्छ वायु बनाए रखने के लिए योजनाबद्ध तरीके से प्रयास जारी रहेंगे।
