नई दिल्ली/रायपुर। कांग्रेस पार्टी ने संगठन में बड़े फेरबदल का ऐलान किया है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया गया है और उन्हें पंजाब का प्रभारी बनाया गया है। यह बदलाव पार्टी के भीतर नई ऊर्जा लाने और आगामी चुनावों के मद्देनजर संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से किए गए हैं।
भूपेश बघेल को दी गई अहम जिम्मेदारी
भूपेश बघेल, जो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस सरकार को मजबूती देने के लिए जाने जाते थे, अब राष्ट्रीय स्तर पर अहम भूमिका निभाएंगे। उन्हें पंजाब का प्रभारी बनाया गया है, जहां कांग्रेस को मजबूत नेतृत्व की जरूरत है। पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार है और कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश कर रही है। बघेल को जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरने की जिम्मेदारी दी गई है।
अन्य राज्यों में भी नियुक्तियां
भूपेश बघेल के अलावा कांग्रेस ने कई अन्य राज्यों में भी नए प्रभारी नियुक्त किए हैं:
हरीश चौधरी को मध्य प्रदेश का प्रभारी बनाया गया है।
के. राजू को झारखंड का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
अजय कुमार लल्लू को उत्तराखंड की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
कई पुराने नेताओं को किया गया मुक्त
पार्टी संगठन में इन बदलावों के साथ ही कई पुराने प्रभारी नेताओं को हटाया गया है। राजीव शुक्ला, मोहन प्रकाश, देवेंद्र यादव, अजय कुमार, दीपक बाबरिया और भारत सिंह सोलंकी को उनके दायित्वों से मुक्त कर दिया गया है।
आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारी
कांग्रेस के इस संगठनात्मक बदलाव को 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा है। पार्टी उन राज्यों पर फोकस कर रही है जहां उसे अपनी स्थिति मजबूत करनी है। पंजाब में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस को मजबूती से खड़ा करने की जिम्मेदारी अब भूपेश बघेल पर होगी।
कांग्रेस हाईकमान का मानना है कि इन बदलावों से पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने में मदद मिलेगी। अब देखना यह होगा कि ये नियुक्तियां आगामी चुनावों में कितनी कारगर साबित होती हैं।