चिरमिरी। नगर निगम चिरमिरी के चुनाव में भाजपा ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी रामनरेश राय ने कांग्रेस के डॉ. विनय जायसवाल को 3,987 वोटों से हराकर महापौर की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया। यह हार कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हुई, वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस शिकस्त के साथ ही डॉ. विनय जायसवाल की सियासी पारी भी खत्म होती नजर आ रही है।
जीत का गणित:
- रामनरेश राय (भाजपा) – 42,356 वोट
- डॉ. विनय जायसवाल (कांग्रेस) – 38,369 वोट
- नोटा और अन्य – 3,275 वोट
भाजपा में जश्न, कांग्रेस में सन्नाटा
रामनरेश राय की जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया, जबकि कांग्रेस खेमे में गहरा सन्नाटा छा गया। कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ विजय जुलूस निकाला और एक-दूसरे को मिठाई खिलाई।
डॉ. विनय जायसवाल की राजनीति को झटका?
डॉ. विनय जायसवाल लंबे समय से कांग्रेस के मजबूत नेता माने जाते थे, लेकिन इस हार ने उनकी राजनीतिक स्थिति को कमजोर कर दिया है। उनके समर्थकों में निराशा का माहौल है, और पार्टी के अंदर भी उनके भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं। लगातार दूसरी बार उन्हें जनता ने नकार दिया है, जिससे साफ है कि कांग्रेस के लिए चिरमिरी में वापसी अब और मुश्किल हो गई है।
नए महापौर का संकल्प
रामनरेश राय ने जीत के बाद जनता का आभार जताते हुए कहा, “यह जीत चिरमिरी की जनता की है। मैं विकास के हर वादे को पूरा करूंगा और चिरमिरी को एक बेहतर शहर बनाऊंगा।”
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या कांग्रेस इस हार से उबर पाएगी या फिर चिरमिरी में उसकी सियासी पारी सच में खत्म हो चुकी है?