जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग की सबसे महत्वपूर्ण नगर निगम सीट जगदलपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार जीत दर्ज की है। भाजपा प्रत्याशी संजय पांडेय ने कांग्रेस के मलकीत सिंह गैदू को 8,681 मतों के बड़े अंतर से हराकर महापौर पद पर कब्जा कर लिया।
भाजपा को बड़ी जीत, कांग्रेस को झटका
जगदलपुर नगर निगम चुनाव में कुल पाँच प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें भाजपा के संजय पांडेय, कांग्रेस के मलकीत सिंह गैदू, आम आदमी पार्टी (AAP) के समीर खान, शिवसेना की पिंकी ठाकुर और निर्दलीय उम्मीदवार रोहित सिंह आर्य शामिल थे।
चुनाव परिणामों के अनुसार:
- भाजपा प्रत्याशी संजय पांडेय को कुल 37,922 मत मिले।
- कांग्रेस प्रत्याशी मलकीत सिंह गैदू को 29,241 मत प्राप्त हुए।
- अन्य प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
संजय पांडेय की इस जीत ने न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया, बल्कि कांग्रेस के लिए भी यह बड़ा झटका साबित हुआ।
कौन हैं संजय पांडेय?
संजय पांडेय का राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से शुरू हुआ था। वे चार बार पार्षद रह चुके हैं और भाजपा संगठन में भी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं। उनकी साफ-सुथरी छवि और जमीनी पकड़ ने उन्हें इस चुनाव में बढ़त दिलाई।
क्या रहा भाजपा की जीत का राज?
विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की यह जीत कई कारणों से संभव हुई:
- लोकप्रिय चेहरा: संजय पांडेय पहले से ही जनता के बीच लोकप्रिय नेता हैं।
- संगठन की ताकत: भाजपा का जमीनी संगठन इस चुनाव में कांग्रेस से अधिक मजबूत रहा।
- जनता से जुड़ाव: चुनाव प्रचार के दौरान पांडेय ने हर क्षेत्र में जाकर जनता से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं।
- राज्य सरकार से नाराजगी: राज्य में कांग्रेस सरकार की नीतियों से असंतुष्ट मतदाताओं ने भाजपा को समर्थन दिया।
भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल
चुनाव परिणाम घोषित होते ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर में विजय जुलूस निकाला। ढोल-नगाड़ों के साथ कार्यकर्ताओं ने संजय पांडेय को फूल-मालाओं से लाद दिया। मिठाइयाँ बांटी गईं और आतिशबाजी कर खुशी मनाई गई।
आगे की राह कैसी होगी?
संजय पांडेय के सामने अब शहर के विकास की बड़ी चुनौती होगी। जनता उनसे सड़क, पानी, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ यातायात व्यवस्था सुधारने और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने की उम्मीद कर रही है।
अब देखने वाली बात होगी कि संजय पांडेय अपने चुनावी वादों को पूरा करने में कितने सफल होते हैं। लेकिन एक बात तय है कि इस जीत के साथ भाजपा ने जगदलपुर में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।