रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा मामले में रायपुर जेल में बंद भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद बुधवार को निर्देश जारी किए गए। माना जा रहा है कि स्थानीय कानूनी प्रक्रियाओं के बाद वे शुक्रवार शाम तक रायपुर जेल से रिहा हो सकते हैं।
गौरतलब है कि विधायक देवेंद्र यादव को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और तब से वे जेल में बंद थे। जमानत मिलने के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर है। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसे सत्य की जीत बताया और जश्न मनाया।
भीम आर्मी का प्रदर्शन, सतनामी समाज की रिहाई की मांग
इस बीच, भीम आर्मी और सतनामी समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने की कोशिश की। उनकी मांग है कि बलौदाबाजार हिंसा मामले में सतनामी समाज के गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाए और उन पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़
देवेंद्र यादव को मिली जमानत के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच बयानबाज़ी भी तेज हो गई है। कांग्रेस इसे न्याय की जीत बता रही है, वहीं बीजेपी का कहना है कि सच्चाई जनता ने देखी है और वह सब जानती है।
ये हैं प्रमुख बयान:
- अर्शदीप सिंह, देवेंद्र यादव के वकील – (“सुप्रीम कोर्ट में हमने न्यायिक प्रक्रिया के तहत दलीलें रखीं और अंततः माननीय अदालत ने न्याय किया।”)
- भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री – (“यह लोकतंत्र की जीत है। झूठे आरोपों से घबराने की जरूरत नहीं।”)
- दयाल दास बघेल, कैबिनेट मंत्री – (“सरकार कानून के अनुसार काम कर रही है।”)
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि विधायक देवेंद्र यादव जेल से बाहर आने के बाद क्या बयान देते हैं और राजनीतिक हलचल किस ओर जाती है।