रायपुर। साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत रायपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। म्यूल बैंक अकाउंट के लिए फर्जी सिम कार्ड बेचने वाले 13 पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है। इस ऑपरेशन में अब तक कुल 98 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
रेंज पुलिस महानिरीक्षक श्री अमरेश मिश्रा के निर्देशन में साइबर अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। थाना सिविल लाइन रायपुर में दर्ज अपराध क्रमांक 44/25 के तहत रेंज साइबर थाना रायपुर द्वारा विवेचना की जा रही है। जांच में पाया गया कि गिरफ्तार आरोपी फर्जी तरीके से सिम कार्ड एक्टिवेट कर उन्हें म्यूल बैंक अकाउंट संचालकों को बेचते थे, जो साइबर अपराधों में लिप्त थे।
अपराध का तरीका
गिरफ्तार किए गए अभियुक्त ग्राहक के ई-केवाईसी (डबल थंब स्कैन/आई ब्लिंक) और डी-केवाईसी के जरिए अतिरिक्त सिम कार्ड जारी करते थे। इनमें से कई सिम कार्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त अरब अमीरात, श्रीलंका, नेपाल और म्यांमार में इस्तेमाल होने के प्रमाण मिले हैं।
अब तक की कार्रवाई
- पहला चरण: 68 म्यूल बैंक अकाउंट धारकों की गिरफ्तारी
- दूसरा चरण: 4 बैंक अधिकारियों की गिरफ्तारी
- तीसरा चरण: 13 बैंक खाता संचालकों की गिरफ्तारी
- चौथा चरण: 13 पीओएस एजेंटों की गिरफ्तारी
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार अभियुक्तों में दुर्ग, राजनांदगांव, भिलाई, रायपुर और मुंगेली के मोबाइल दुकान संचालक शामिल हैं। इनके नाम हैं:
- कुलवंत सिंह छाबड़ा (अंबागढ़ चौकी)
- खेमन साहू (राजनांदगांव)
- अजय मोटघरे (डोंगरगढ़)
- ओम आर्य (मुंगेली)
- चंद्रशेखर साहू (रायपुर)
- पुरूषोत्तम देवांगन (दुर्ग)
- रवि कुमार साहू (भिलाई)
- रोशन लाल देवांगन (दुर्ग)
- के. शुभम सोनी (दुर्ग)
- के. वंशी सोनी (दुर्ग)
- त्रिभुवन सिंह (भिलाई)
- अमर राज केसरी (भिलाई)
- विक्की देवांगन (दुर्ग)
पुलिस के अनुसार, अब तक 7063 फर्जी सिम कार्ड और 590 मोबाइल की पहचान की जा चुकी है, जिनकी जांच जारी है। गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस की टीम आगे भी इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।