रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन राजनीतिक गहमागहमी से भरपूर रहा। सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से हुई, जिसमें सरकार की उपलब्धियों और विकास योजनाओं का जिक्र किया गया। वहीं, विपक्ष ने इस अभिभाषण को पुरानी योजनाओं की नकल बताते हुए सरकार पर निशाना साधा।
राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियां
राज्यपाल के अभिभाषण में सरकार के एक साल के कार्यों को प्रमुखता से रखा गया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद खत्म होने की ओर है, महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है, और किसानों को उनकी फसल का उचित दाम दिया जा रहा है। साथ ही, डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने और जैविक खेती पर काम करने की भी बात कही गई।
सीएम विष्णुदेव साय ने बजट को बताया समावेशी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि उनकी सरकार अटल बिहारी वाजपेयी के हर संकल्प को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आश्वस्त किया कि यह बजट सत्र कल्याणकारी और समावेशी होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ट्रिपल इंजन की सरकार बनने के बाद नगरीय क्षेत्रों के विकास कार्यों में तेजी आएगी।
विपक्ष ने सरकार को घेरा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्यपाल के अभिभाषण को “कॉपी-पेस्ट” बताते हुए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल के संबोधन में कोई नई योजना नहीं थी, बल्कि कांग्रेस सरकार में चलाई गई योजनाओं का ही उल्लेख किया गया। उन्होंने सरकार से 18 लाख आवासों के वितरण का वास्तविक आंकड़ा देने की मांग की और ट्रेन सेवाओं की बदहाली पर सवाल उठाए।
बीजेपी का पलटवार
भूपेश बघेल के आरोपों पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। विधायक राजेश मुणत ने कहा कि बीजेपी सरकार ने गरीबों को उनके हक के मकान देने का काम किया है और महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं के खातों में पैसे भेजे जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के पास कोई विजन नहीं था और उनकी सरकार सिर्फ जनता को लूटने में लगी रही।
पंचायत चुनावों पर भी गरमाई सियासत
प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों के नतीजे भी विधानसभा में चर्चा का विषय बने। कांग्रेस ने बीजेपी पर हेराफेरी का आरोप लगाया, जबकि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने कहा कि जनता ने निकाय और पंचायत चुनावों में बीजेपी को आशीर्वाद दिया है और यह मोदी की गारंटी योजनाओं की सफलता का प्रमाण है।
सदन की कार्यवाही स्थगित
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई। इस अभिभाषण पर 27 और 28 फरवरी को कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव लाया जाएगा।
बजट सत्र का पहला दिन सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहसों से भरा रहा। एक ओर सरकार अपनी उपलब्धियों का बखान कर रही है, तो दूसरी ओर विपक्ष इसे खोखले दावों की संज्ञा दे रहा है। अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि आगामी दिनों में बजट और विधेयकों पर क्या अहम फैसले लिए जाते हैं।