रायपुर।
नक्सलियों की तरफ से आया ताज़ा पत्र कुछ अलग ही धुन बजा रहा है। पत्र में कहा गया है कि अब उन्हें स्कूल, अस्पताल, राशन दुकान और आंगनबाड़ी से कोई शिकायत नहीं है। लगता है जंगल में अब विकास की गूंज पहुंचने लगी है!
गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “नक्सलियों ने वार्ता की बात कही है, लेकिन जिस समिति की वो बात कर रहे हैं, वो किसने बनाई, हमें नहीं पता। हमने तो पहले ही कहा था – समिति-वमिति कुछ नहीं बनाएंगे।”
सरकार का ऑफर – लौट आओ, नई नीति में सब कुछ मिलेगा!
विजय शर्मा ने बताया कि केंद्र के गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री खुद अपील कर चुके हैं – मुख्यधारा में वापस आओ, नई नक्सली नीति में सुविधा भी है और सम्मान भी। और हां, सरकार अब भी कहती है – “एक भी आदमी चर्चा को तैयार हो, तो हम बैठने को तैयार हैं!”
जवान बोले – बस इशारा मिल जाए!
वहीं जब जवानों को निर्देश देने की बात आई, तो मंत्री जी बोले – “हमारे जवान तो इतने जोश में हैं कि अगर कह दें तो एक दिन में नक्सली साफ़! हमें ही उन्हें कहना पड़ता है – धैर्य रखो, थोड़ा ठंडा रहो।”
अब देखना ये है कि जंगल की गूंज किस दिशा में जाती है – शांति की बांसुरी बजेगी या बंदूक की गर्जना?