बस्तर, 8 मई 2025:
छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने अपने बस्तर प्रवास के दौरान आज विभागीय अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में आयोग की अनुशंसाओं के आधार पर बाल संरक्षण और कल्याण से संबंधित आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
बैठक में बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों को निर्देशित किया गया कि वे विभिन्न संस्थाओं का नियमित निरीक्षण करें और सुनिश्चित करें कि स्कूलों में बच्चों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं या नहीं। इसके लिए शिक्षा विभाग को भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
श्रम विभाग को रेस्क्यू किए गए बच्चों और उनके परिवारों के पुनर्वास के लिए “एकल खिड़की” व्यवस्था शुरू करने और उन्हें विभागीय योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं बाल कल्याण समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे।
बैठक के पश्चात डॉ. वर्णिका शर्मा ने जिले में संचालित बाल सम्प्रेक्षण गृह एवं बाल गृह का निरीक्षण किया। वहां रह रहे बच्चों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर उनकी रुचि, समस्याओं और आवश्यकताओं को समझा। उन्होंने बच्चों के साथ भावनात्मक जुड़ाव बनाए रखने और उनकी नियमित काउंसलिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री हेमंत साहू, जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ. विजय शर्मा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष नरेंद्र पाणिग्राही एवं संस्था के स्टाफ भी मौजूद रहे।
डॉ. शर्मा ने कहा कि बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा और उनके सर्वांगीण विकास के लिए यह आवश्यक है कि सभी विभाग मिलकर समन्वित प्रयास करें। उनका यह प्रवास बच्चों के हित में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है।