रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार जहां प्रदेशभर में “सुशासन तिहार” मना रही है, वहीं जमीनी समस्याओं को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में रायपुर नगर निगम के मौलाना अब्दुल रऊफ वार्ड की पार्षद अर्जुमन ढेबर ने आज समाधान शिविर के दौरान अपने वार्ड की पेयजल समस्या को लेकर विरोध जताया।
इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस समाधान शिविर में पार्षद ढेबर कुछ वार्डवासियों के साथ खाली मटका लेकर पहुंचीं और मंच पर निगम प्रशासन और सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “जब जमीनी स्तर पर कोई समाधान नहीं हो रहा तो बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर समाधान शिविर करने का क्या औचित्य?”
पार्षद ढेबर ने बताया कि उनके वार्ड से पेयजल संकट, सफाई और अन्य नागरिक सुविधाओं से जुड़ी 32 से अधिक शिकायतें प्रस्तुत की गई हैं, लेकिन अब तक किसी का ठोस समाधान नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है और जनता को गुमराह किया जा रहा है।
ढेबर ने यह भी कहा कि परिसीमन के बाद उनके वार्ड की आबादी में वृद्धि हुई है, लेकिन सफाईकर्मियों की संख्या घटा दी गई है। “यह कैसा सुशासन है, जहां सुविधाएं घटती जा रही हैं और समस्याएं बढ़ती जा रही हैं,” उन्होंने सवाल उठाया।
जहां सरकार इन शिविरों को जनता से सीधे संवाद और समस्याओं के त्वरित समाधान का माध्यम बता रही है, वहीं विपक्ष इन्हें सिर्फ एक दिखावा करार दे रहा है।
