रायपुर, 22 जुलाई 2025
छत्तीसगढ़ की सियासत मंगलवार को उस वक्त गरमा गई, जब एक ओर कांग्रेस ने आर्थिक नाकेबंदी और चक्का जाम का ऐलान कर राजधानी रायपुर सहित कई स्थानों पर प्रदर्शन किया, वहीं दूसरी ओर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को विशेष कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
इस बीच भाजपा ने भी कांग्रेस पर पलटवार करते हुए तीखी बयानबाजी की। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने एकात्म परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस की ‘नाकेबंदी’ को “सुपर फ्लॉप ड्रामा” बताते हुए कहा — “जनता ने साफ कर दिया कि वह किसी भ्रष्टाचारी या अपराधी के पक्ष में नहीं खड़ी होगी।”
ईडी की कोर्ट में पेश हुए चैतन्य, 14 दिन की जेल रिमांड
कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार चैतन्य बघेल की कस्टोडियल रिमांड अवधि पूरी होने पर ईडी ने उन्हें विशेष अदालत में पेश किया। सूत्रों के अनुसार, इस बार ईडी ने कोस्टोडियल रिमांड की मांग नहीं की, और अदालत ने चैतन्य को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया।
ईडी की प्रेस विज्ञप्ति में पहले ही खुलासा हो चुका है कि चैतन्य बघेल को लगभग 16.70 करोड़ रुपए की आपराधिक आय (POC) मिली थी, जिसे छुपाने के लिए उन्होंने अपनी रियल एस्टेट फर्मों का इस्तेमाल किया।
इसके अलावा उन पर 1000 करोड़ रुपए से अधिक के पीओसी के संचालन में शामिल रहने का भी आरोप है।

भाजपा का हमला — “धन और पुत्र मोह में धृतराष्ट्र बन गए हैं बघेल”
भाजपा के वरिष्ठ नेता और डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि “जब सत्ता में थे तो कोल, शराब, महादेव ऐप, पीएससी जैसे घोटालों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था की नाकेबंदी की, अब विपक्ष में रहकर जनता का समय और ऊर्जा बर्बाद कर रहे हैं।”
उन्होंने भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए कहा कि अब वे अपने पिता नंदकुमार बघेल की हिंदू विरोधी विचारधारा से सहमत होते दिख रहे हैं, और गिरफ्तारी को ‘गर्व’ की बात बता रहे हैं, जो “सीधा प्रमाण है कि वे अब भ्रष्टाचार को उपलब्धि मानते हैं।”
कांग्रेस का चक्का जाम, VIP चौक पर भूपेश बघेल का नेतृत्व
दूसरी ओर कांग्रेस ने चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को ‘राजनीतिक बदले की कार्रवाई’ बताते हुए पूरे प्रदेश में आर्थिक नाकेबंदी और चक्का जाम का आयोजन किया। राजधानी रायपुर के तेलीबांधा VIP चौक में आयोजित मुख्य प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय सहित कई कांग्रेस नेता शामिल हुए।
कांग्रेस का कहना है कि भाजपा की सरकार ईडी का दुरुपयोग कर रही है और बघेल परिवार को निशाना बनाकर प्रदेश में वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है।
राजनीतिक टकराव और जनता की परीक्षा
इस पूरे घटनाक्रम में जहां एक ओर भाजपा भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी “ज़ीरो टॉलरेंस” नीति का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस इसे “लोकतंत्र की आवाज़ को दबाने” की साजिश बता रही है।
