रायपुर / दशहरा के दिन जहां एक ओर शहर भर में रावण के पुतले जलाने की तैयारी हुई, वहीं राजनीति में भी ‘सिर’ गिनती शुरू हो गई। बीजेपी विधायक पुरंदर मिश्रा ने कांग्रेस को रावण बताते हुए कहा – “कांग्रेस के दस सिर हैं और एक-एक कर गिर रहे हैं।”
अब भला कांग्रेस कैसे चुप रहती? प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने पलटवार किया – “बीजेपी ही असली रावणों की पार्टी है, उसमें तो हर कोई विभीषण बना घूम रहा है।”
मतलब, मंच पर रावण जल रहा है और सियासत में रावण बनकर पार्टियां एक-दूसरे को जला रही हैं। जनता बस सोच रही है – किसके सिर ज्यादा हैं और कौन सा रावण कब तक टिकेगा?
