रायपुर | छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बुधवार सुबह लोहा कारोबारियों और उनसे जुड़े रियल एस्टेट व जमीन कारोबारियों के यहां आयकर विभाग ने ताबड़तोड़ दबिश दी। सूत्रों के अनुसार, शहर में 25 से अधिक ठिकानों पर कार्रवाई की जा रही है, जबकि दबिश का दायरा आसपास के जिलों तक भी फैल सकता है।
जानकारी के अनुसार, आयकर विभाग की टीम ने 2 से 3 प्रमुख कारोबारियों से जुड़े घरों, ऑफिस, प्लांट और अन्य परिसरों में एक साथ छापेमारी की। टीमों ने प्रवेश करते ही परिसर को सील किया और दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड, बैंक लेन-देन फाइलें व जमीन सौदे से जुड़े कागजात खंगालना शुरू कर दिए।
स्पंज आयरन और क्वाइल कारोबार से जुड़े व्यापारी निशाने पर
छापेमारी उन प्रतिष्ठानों पर भी जारी है जो स्पंज आयरन, क्वाइल और लोहा-स्टील संबंधित कारोबार से जुड़े हैं। इसके साथ ही जमीन डीलिंग कारोबार से जुड़े नाम भी रेड लिस्ट में शामिल बताए जा रहे हैं।
उच्च सुरक्षा — CRPF जवानों की तैनाती
कार्रवाई की संवेदनशीलता को देखते हुए आयकर विभाग के साथ CRPF जवानों को सुरक्षा में लगाया गया है ताकि परिसर में दबाव या विरोध की स्थिति न बने। कई लोकेशनों पर जवानों की पोज़िशनिंग साफतौर पर दिखाई दे रही है।
प्रमुख बिज़नेस लोकेशन भी IT रडार पर
दबिश के दौरान दो हाई-प्रोफाइल लोकेशन के नाम भी सामने आए हैं —
सिग्नेचर होम्स सोसायटी में कारोबारी अरविंद अग्रवाल के यहां दबिश
वल्फोर्ड सिटी में कारोबारी महेश गोयल के ठिकाने पर कार्रवाई
इन दोनों ठिकानों पर दस्तावेजों की लंबी पड़ताल जारी है। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग को यहां से भूमि खरीद-बिक्री, निवेश प्रवाह और सप्लाई नेटवर्क से जुड़ी अहम जानकारी मिलने की संभावना है।
आयकर विभाग ने अब तक कार्रवाई से जुड़े नाम और जप्ती के आंकड़ों पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
जांच टीमों के लौटने और दस्तावेजों की प्राथमिक समीक्षा के बाद ही विभाग बड़ी जानकारी साझा कर सकता है।
फोकस स्पष्ट — टैक्स अनियमितताओं और नेटवर्क की जांच
लोहा कारोबार और उससे जुड़े जमीन सौदों में टैक्स चोरी, फर्जी बिलिंग और निवेश के जाल जैसी आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए यह दबिश अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
अगर जांच में अनियमितताएँ पुख्ता होती हैं, तो संबंधित कारोबारियों पर भारी जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की पूरी संभावना है।
