बस्तर |
सर्दियों में छुट्टियों और सैर-सपाटे के लिए निकले यात्रियों की पहली पसंद इन दिनों चित्रकोट जलप्रपात बन चुका है। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में इन्द्रावती नदी पर स्थित यह प्रसिद्ध जलप्रपात ठंड के मौसम में बेहद आकर्षक रूप ले लेता है। ठंडी हवाओं, धुंध और ऊंचाई से गिरती जलधारा का संगम यहां आने वालों को प्रकृति का रोमांचकारी अनुभव दे रहा है।
सुबह और शाम के समय जलप्रपात के चारों ओर हल्की धुंध की परत बन जाती है, जो गिरते पानी के साथ मिलकर मनमोहक दृश्य उत्पन्न करती है। पर्यटक सूर्योदय और सूर्यास्त के समय इस दृश्य को कैमरे में कैद करने के लिए विशेष रूप से रुकते हैं। जलप्रपात के पास पिकनिक मनाने वाले परिवारों और युवाओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है। आसपास के प्राकृतिक क्षेत्र में नेचर वॉक, जंगल की सैर और स्थानीय व्यंजनों का स्वाद यात्रियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। शाम के समय होने वाली विशेष लाइट व्यवस्था जलप्रपात की खूबसूरती को और बढ़ा देती है, जिसकी वजह से लोग देर रात तक यहीं ठहरना पसंद कर रहे हैं।
नवंबर से जनवरी तक का समय चित्रकोट घूमने के लिए सबसे बेहतरीन माना जा रहा है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है, पानी का प्रवाह संतुलित और देखने योग्य होता है, और बोट राइडिंग तथा जंगल सफारी का अनुभव भी बेहतर मिलता है। पर्यटन ऑपरेटरों के अनुसार सर्दियों में यहां टेंट स्टे और एडवेंचर गतिविधियों की बुकिंग भी तेजी से बढ़ रही है।

चित्रकोट जलप्रपात जगदलपुर से 40 किलोमीटर और रायपुर से 273 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बेहतर सड़क कनेक्टिविटी और पर्यटन सुविधाओं के कारण यह वीकेंड टूर, विंटर ट्रिप और फैमिली आउटिंग के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य बनता जा रहा है।
पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि सुबह और शाम के समय तेज ठंडी हवा चलने की वजह से गर्म कपड़े साथ रखें। जलप्रपात के किनारे फिसलन हो सकती है, इसलिए सुरक्षित दूरी बनाए रखना जरूरी है। फोटोग्राफी प्रेमियों को भी नीचे की ओर अति उत्साह में आगे बढ़ने से बचने की अपील की गई है।
सर्दियों के मौसम में चित्रकोट जलप्रपात अपनी शानदार प्राकृतिक सुंदरता, शानदार माहौल और नेचर टूरिज़्म के बेहतरीन अनुभव के साथ तेजी से शीर्ष पर्यटन स्थल के रूप में उभर रहा है।
