रायपुर। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह पिछले 26 दिनों से फरार थे। रायपुर के देवेंद्र नगर थाने में सरेंडर करने की तैयारी के दौरान पुलिस टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया। संभावित भीड़ और तनाव को देखते हुए पुलिस ने पहले ही थाने और कोर्ट परिसर के आसपास भारी सुरक्षा व्यवस्था तैनात कर रखी थी।
अमित बघेल के खिलाफ 12 राज्यों में आपत्तिजनक और भड़काऊ बयानबाजी के आरोपों को लेकर FIR दर्ज है। कुछ दिनों पहले सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी और साफ कहा था कि आरोपी को जिन राज्यों में मामले दर्ज हैं, वहां की कानूनी प्रक्रिया का सामना करना होगा। अदालत ने FIR को क्लब करने से भी इनकार कर दिया था।
26 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़े जाने के बाद हुए राज्यव्यापी बवाल में बघेल के कथित विवादित बयान सामने आए थे। इसके बाद कई समुदायों और संगठनों ने शिकायतें दर्ज कराई थीं। रायपुर, दुर्ग, सरगुजा, रायगढ़ सहित छत्तीसगढ़ के कई जिलों के अलावा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान और अन्य राज्यों में भी मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तारी के बीच एक मानवीय पहलू भी सामने आया है। हाल ही में अमित बघेल की माता का निधन हो गया है और उनका अंतिम संस्कार होना है। माना जा रहा है कि कानूनी टीम इस आधार पर कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन कर सकती है ताकि वह अंतिम संस्कार में शामिल हो सकें। अब अदालत यह तय करेगी कि उन्हें अंतरिम राहत मिलती है या नहीं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आगे की प्रक्रिया के तहत कोर्ट में पेशी और जरूरत पड़ने पर रिमांड लिया जा सकता है। FIR की संख्या और प्रकृति देखते हुए यह संभावना भी है कि आने वाले दिनों में उन्हें अन्य राज्यों की पुलिस को भी सौंपा जा सकता है।
अमित बघेल की गिरफ्तारी केवल कानूनी घटना नहीं है, बल्कि इस मामले का राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव भी गहरा होने वाला है। राज्य में कानून-व्यवस्था तथा सामुदायिक माहौल पर इसके असर को देखते हुए पुलिस और प्रशासन सतर्क मोड में हैं। सभी की निगाहें आने वाली अदालत की सुनवाई पर टिकी होंगी।
