नई दिल्ली / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में एक साथ चुनाव कराने के पक्ष में हैं. इस पहल से जनता का पैसा और समय, दोनों की बचत होगी. इसके लिए उन्होंने अन्य दलों से भी राय मांगी है. खुद चुनाव आयोग का कहना है कि आयोग देश में एक साथ चुनाव कराने की स्थिति में है. कुछ दलों ने प्रधानमंत्री के इस सुझाव का समर्थन भी किया है. अब इस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है और वे हैं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में देश में एक साथ चुनाव कराए जाने का विचार रखा था. इसके लिए उन्होंने जनता की राय भी मांगी थी. एक सर्वे के मुताबिक, भारत में हर साल 5-6 चुनाव होते हैं. चुनावों के कारण आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है और कम से कम 45 दिनों तक सरकारी कामकाज रुक जाते हैं.
CM पटनायक ने कहा, ‘लोकतंत्र में चुनाव आवश्यक हैं. हम जनता द्वारा काम करने के लिए चुने जाते हैं, लेकिन ये भी सही है कि लगातार चुनाव होते रहने से विकास के कामों पर असर पड़ता है. इसलिए, हम एक साथ चुनाव कराए जाने की प्रधानमंत्री की अपील का समर्थन करते हैं.’
प्रधानमंत्री के इस विचार का कुछ दलों ने स्वागत किया तो कई दलों ने जमकर विरोध. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक साथ चुनाव के विचार पर अपना समर्थन दे चुके हैं. अब ओडिशा के मुख्यमंत्री भी उनके साथ आ खड़े हो गए हैं. नवीन पटनायक ने कहा कि एक साथ चुनाव कराए जाने से विकास के कामों पर रुकावट नहीं आएगी और इससे जनता को ज्यादा से ज्यादा फायदा होगा.