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महिला कर्मचारी के साथ दुर्व्यहार का मामला – परिषद की बैठक में नहीं निकला कोई हल

00 महिला कर्मचारी का महिला आयोग जाना लगभग तय
कोरिया / नगरपालिका परिषद बैकुुण्ठपुर के सामान्य सभा की बैठक बुधवार को नये कार्यालय भवन मे संपन्न हुई। बैठक मे पूर्व निर्धारित 12 एजेण्डों मे से सभी सर्व सम्मति से पारित कर लिये गये है। वहीं एजेण्डों से अलग हट कर नगरपालिका मे पदस्थ महिला प्रभारी लेखापाल के शिकायती आवेदन पर कोई निदान नही निकल सका है।

गौरतलब है कि सामान्य सभा की बैठक सीसी रोड़ एवं नाली निर्माण हेतु राशी स्वीकृति सहित साफ सफाई हेतु वार्षिक दर, सामाजिक सुरक्षा संबंधीत प्रकरण, गौरवपथ मरम्मत के साथ अन्य 12 मुद्दों पर सदन मे विस्तार से चर्चा की गई एवं विशयवार व आवष्यकतानुसार प्रस्ताव एवं स्वीकृति हेतु राज्य शासन को भेजने पर सर्व सम्मति से अनुशंषा की गई है। सामान्य सभा की उक्त बैठक मे पूर्व में महिला प्रभारी लेखापाल द्वारा नगरपालिका अध्यक्ष पर अभद्र व्यवहार किये जाने संबंधी शिकायत आवेदन पर चर्चा हुई परंतु चर्चा का कोई बैठक में रास्ता व निराकरण नही निकल सका है।

आखिर क्या था पुरा मामला – महिला लेखापाल जयन्ती एडवार द्वारा 1 सितम्बर को परिषद् मे आवेदन देकर अध्यक्ष द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार किये जाने की शिकायत की गई थी। शिकायत आवेदन के मुताबिक 30 अगस्त को श्रीनाथ ट्रेक्टर्स मनेन्द्रगढ़ नामक फर्म के बिल भुगतान हेतु संबंधित नस्ती लेखापाल को उपलब्ध कराई गई थी, लेकिन कार्यालय का कम्प्यूटर और प्रिंटर खराब होने की वजह से महिला कर्मचारी द्वारा जानकारी देने मे देरी हो गई। जिसकी जानकारी मौखिक रूप से दिये जाने की बात भी आवेदन मे लिखी गई थी। आवेदन के मुताबिक 1 सितम्बर शाम नगरपालिका अध्यक्ष अशोक जायसवाल ने उसे अपने कार्यालय के कक्ष मे बुलाया तथा बिल के भुगतान मे हुए विलंब को लेकर षीघ्र भुगतान करने का निर्देष दिया था। महिला प्रभारी लेखापाल ने आवेदन के माध्यम से बताया है कि उसके द्वारा शासकीय नियमों के अनुसार भुगतान करने से पूर्व चार्टेड़ एकाउंटेन्ट द्वारा बिल व्हाउचर का प्री आॅडिट कराया जाना आवष्यक होने की जानकारी भी दी गई थी। वहीं लेखापाल ने उक्त मसले के बाद अभद्र व्यवहार किये जाने का आरोप लगाते हुए मुख्य नगरपालिका अधिकारी को लिखित आवेदन दिया था। साथ ही कार्यवाही की मांग की थी।

अशोक जायसवाल (नपा अध्यक्ष) – संबंधित को कार्य करने का निर्देष दिया गया था उस दौरान सीएमओ सहित अन्य कर्मचारी भी कक्ष मे मौजूद थे। कोई गलत शब्द नही कहा गया है। कर्मचारियों को समय पर कार्य करने के लिये ही कहा जाता है। आफिस का मसला था कार्यालय मे ही सुलझा लिया जाता तो बेहतर होता। मामले को राजनीतिक बनाया जा रहा है।

सुभाष साहू (नपा उपाध्यक्ष) – अभी स्थिति स्पष्ट नही हो सकी है। सदन मे इस विशय को लेकर चर्चा हुई है। दोनो ही पक्ष के बीच आपसी सहमति नही बन पा रही है। महिला कर्मचारी महिला आयोग जाने के लिये स्वतंत्र है। हम सच्चाई का साथ देंगें।

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