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अब भी आसानी से मिल रही है शराब, खोखले निकले सरकारी दावें, प्रिंट से अधिक मुल्य में बेचे जाने की बात अब सरेआम

कोरिया / हुई महंगी बहुत शराब की थोड़ी थोड़ी पीया करो जी है देश के मशहूर गजल गायक पंकज उदास ने जिस दौर में इस गाने को गाया था शायद उस दौर में शराब इतनी महंगी नहीं रही होगी पर जब से छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब नीति  को अपने कब्जे में लिया है तब से उदास साहब के वो बोल आज सच साबित होने लगे है। यूँ तो छत्तीसगढ़ सरकार शराब बंदी की ओर अग्रसर है फ़िलहाल उन बातों में अभी समय है कोरिया जिले में शराब की दुकानों से विक्रय किये जाने वाली शराब की प्रिंट राशी से ज्यादा की राशी उपभोक्ताओं से वसूल की जा रही है।
ज्ञात हो की सरकार ने नए सत्र से नए मूल्य पर शराब बिक्री के मूल्य निर्धारित किए है पर शराब की बोतल पर पुराने ही मूल्य अंकित है अब ऐसे में उपभोक्ता शराब दुकानों में बकझक करते नजर आ रहे है ।

ठेकेदार का पुराना मॉल सरकारी दुकान में – सूत्र बताते है कि इन दिनों दबंग शराब ठेकेदार के दोनों हाथ घी में और सर कड़ाही में है, क्योंकि सरकार के शराब दुकान में शराब उपलब्ध कराने वाला कोई और नहीं वही पुराना ठेकेदार है जो कोरिया जिले में शराब ठेका का संचालन करते थे। यही वजह है कि उनकी शराब आज सरकारी दुकान में खुलेआम बेचीं जा रही है और मददगार कोई और नहीं सरकार बन रही है मतलब बिलकुल साफ है की सिर्फ मैदान बदला है पर खिलाडी वही है।

रेग्युलर ग्राहकों पर ढाबों की मेहरबानी – छत्तीसगढ़ सरकार ने जब से शराब दुकान की कमान अपने हाथ में ली है तब से ढाबों में शराब परोसने पर कुंछ हद तक लगाम लगी है किंतु ढाबे रेगुलर ग्राहकों को शराब मुहैया करा रहे है। शराब उपलब्ध कराना शायद ढाबे वालो की मज़बूरी है वरना दुकान में ग्राहक भी भगवान की ही तरह हो जाएंगे जो ढाबे वाले कभी नही चाहेंगे।

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