रायपुर (होस) छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी की घोषणा में अभी और वक्त लगेगा या यूं कहें कि इस कार्यकाल में शराबबंदी का फैसला नही हो पाएगा तो शायद यही सच होगा।
हालांकि आपको बता दे कि शराबबंदी न हो पाने की कोई खास जायज वजह नही हैं। लेकिन सरकार फैसला लेते लेते इतना वक्त लगा दी हैं कि अब ऐन चुनाव के ठीक कुछ माह पहले शराबबंदी की घोषणा करना सरकार के लिए जोखिम भरा हो सकता हैं।
प्रदेश के 3 करोड़ जनता को काफी समय से इस बात का इंतजार था कि क्या कहीं सरकार एक के वाद एक सभी घोषणा पत्र जिस तरह चुटकी बजाते पुरी कर रही हैं तो कही शराबबंदी वाली ऐतिहासिक फैसला को क्या वो पुरा करते हुए शराबबंदी की भी घोषणा कर देगी।
खैर अभी तक इस घोषणा के नही होने से प्रदेश के तमाम शराब प्रेमियों ने राहत की सांस ली हैं।चर्चा ऐसी थी कि प्रदेश में 5 मार्च से छत्तीसगढ़ सरकार शराबबंदी के इस निर्णय को सार्वजनिक कर देगी, पर ऐसा ही न सका।
आपको बता दे कि शराब के चलते सैकड़ों परिवार बर्बाद हो रहे हैं. महिलाओं को ज्यादा परेशानियां थीं. शराबियों के आतंक से महिलाएं घर और बाहर आतंकित रहती थीं. गरीब परिवार आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे थे. लिहाजा, सरकार ने शराबबंदी पर अभी तक कोई फैसला नही लिया है जिससे शराब प्रेमी और आतंक फैला रहे हैं।