बस्तर:सुरक्षा बलों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है। तेलंगाना, बीजापुर और सुकमा के बॉर्डर पर चल रहे इस ऑपरेशन में 12 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। यह मुठभेड़ आज सुबह से जारी है और सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर रखा है।
ऑपरेशन का नेतृत्व
बस्तर के आईजी पी. सुंदरराज और सीआरपीएफ के आईजी इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि ऑपरेशन को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया जा रहा है, जिसमें नक्सलियों को उनके गढ़ में घेरकर मार गिराने की रणनीति बनाई गई है।
मुठभेड़ के दौरान स्थिति
सूत्रों के मुताबिक, मुठभेड़ सुबह के समय शुरू हुई जब सुरक्षा बलों को इलाके में नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारी मिली। इसके बाद जवानों ने सर्च ऑपरेशन चलाया और नक्सलियों को घेर लिया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी हुई। सुरक्षा बलों ने संयम और रणनीति के साथ ऑपरेशन को आगे बढ़ाया।
स्थानीय लोगों में भरोसा बढ़ा
यह ऑपरेशन क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोगों के लिए राहत और सुरक्षा का बड़ा संदेश है। लगातार नक्सली हमलों से प्रभावित इन क्षेत्रों में शांति लाने के लिए यह ऑपरेशन मील का पत्थर साबित हो सकता है।
सरकारी प्रतिक्रिया
इस ऑपरेशन के बारे में बताते हुए बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने कहा, “यह ऑपरेशन नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति और सुरक्षा स्थापित करने की हमारी प्रतिबद्धता का हिस्सा है। सुरक्षा बल क्षेत्र में लगातार सतर्कता बनाए हुए हैं।”
सर्च ऑपरेशन जारी
सूत्रों का कहना है कि मुठभेड़ खत्म होने के बाद भी सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी रखा है। नक्सलियों के ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य सामग्री बरामद की गई है।
पृष्ठभूमि
यह ऑपरेशन सरकार द्वारा नक्सलवाद उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे व्यापक अभियान का हिस्सा है। पिछले कुछ सालों में सुरक्षा बलों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में कई बड़ी कार्रवाई की हैं, लेकिन यह ऑपरेशन अपनी गंभीरता और सफलता के कारण अब तक का सबसे प्रभावशाली साबित हो रहा है।