नई नगर पंचायतों में विकास कार्य तेज़, लेकिन जल संकट और भुगतान में अड़चन
रायपुर: छत्तीसगढ़ में अटल नवीनीकरण एवं शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) और जल जीवन मिशन के कार्यों की स्थिति को लेकर नई जानकारी सामने आई है।
अमृत मिशन:
राज्य में अमृत मिशन के पहले चरण में 9 नगरीय निकायों को शामिल किया गया था, जबकि दूसरे चरण में 53 निकायों में 76 परियोजनाओं पर काम हो रहा है। राज्य सरकार ने नए नगर पंचायतों में भी बुनियादी सुविधाओं को विकसित करने का भरोसा दिलाया है।
जल जीवन मिशन:
- इस मिशन को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन अब इसकी समयसीमा बढ़ा दी गई है।
- सरकार का दावा है कि 80% नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं, लेकिन कुल प्रगति 50-60% ही हुई।
- 29126 योजनाओं को मंजूरी मिली है, और 41283 पानी टंकियों के निर्माण का प्रावधान किया गया है।
- 13376 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है, लेकिन केंद्रांश की 2000 करोड़ की राशि अटकी हुई है।
ठेकेदारों का काम बंद, जल संकट गहराया!
भुगतान में देरी के चलते कई स्थानों पर ठेकेदारों ने काम रोक दिया है, जिससे आम जनता को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
क्या नए नगर पंचायतों को मिलेगी राहत?
छत्तीसगढ़ के कई नए नगर पंचायतों में बस स्टॉप, जल आपूर्ति और आधारभूत संरचना की कमी अब भी बनी हुई है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि इन इलाकों में जल्द ही विकास कार्यों को गति दी जाएगी।
अब सवाल यह है कि सरकार के दावे और ज़मीनी हकीकत में कितना अंतर है? जनता कब तक राहत का इंतजार करेगी?