रायपुर, 27 अप्रैल। रायपुर के प्रमुख धार्मिक स्थल महादेव घाट का स्वरूप अब पूरी तरह बदलने वाला है। उज्जैन के महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर यहां “महादेव कॉरिडोर” बनाया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर करीब 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
रायपुर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने रविवार को नगर निगम, लोक निर्माण विभाग और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर परियोजना की समीक्षा की। बैठक में महापौर मीनल चौबे, सभापति सूर्यकांत राठौर, लोककर्म समिति के भारसाधक सदस्य दीपक जायसवाल और निगम आयुक्त समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। इस दौरान अधिकारियों ने कॉरिडोर प्रोजेक्ट का विस्तृत प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया।
विधायक मूणत ने बताया कि महादेव घाट की सुंदरता को बढ़ाने के साथ-साथ इसे एक बड़े धार्मिक और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण कार्य के दौरान किसी को भी विस्थापित नहीं किया जाएगा, बल्कि सुव्यवस्थित ढंग से विकास कार्य किया जाएगा।
मूणत ने कहा, “महादेव घाट हमारी आस्था का केंद्र है। महादेव कॉरिडोर बनने के बाद श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यह एक प्रमुख आकर्षण स्थल बनेगा।” उन्होंने यह भी बताया कि विसर्जन कुंड से टाटीबंध होते हुए चंदनीडीह तक डबल लेन सड़क निर्माण का भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी।

राजेश मूणत ने कहा कि बाबा हटकेश्वर नाथ मंदिर से उनकी वर्षों पुरानी आस्था जुड़ी है। छत्तीसगढ़ ही नहीं, अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं। महाकाल की तर्ज पर महादेव घाट के विकास का सपना अब साकार होने की दिशा में बढ़ रहा है।
नगर निगम ने इस परियोजना के प्राथमिक कार्य भी शुरू कर दिए हैं। महादेव कॉरिडोर के निर्माण के बाद शिव मंदिर की भव्यता दूर से ही नजर आएगी।