कोरबा, मुढाली।
धान की कोठी में धान नहीं, जंगल की रानी बैठी थी—वो भी अपने पाँच नन्हें शावकों के साथ! कोरबा जिले के मुढाली गांव में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक किसान के घर में दुर्लभ एशियन पाम सिवेट (कस्तूरी बिलाव) ने बच्चों समेत डेरा जमा लिया।
गांव के लोग पहले तो हैरान हुए, फिर डर के मारे घर से दूर ही रहे। लेकिन कुछ पल बाद ही ये डर जिज्ञासा में बदल गया—अरे! ये तो जंगल से आई बेहद दुर्लभ मेहमान है। बताया जा रहा है कि यह मादा सिवेट धान की खुशबू और शांति पाकर वहीं आराम से अपने बच्चों को पाल रही थी।
घर मालिक केशव जायसवाल ने जब देखा कि कोठी में बिल्ली जैसी कोई चीज नहीं, बल्कि पूरा ‘वन्य परिवार’ है, तो फौरन वन विभाग को खबर दी। कटघोरा वनमंडल की टीम ने मौके पर पहुंचकर शांतिपूर्वक और योजनाबद्ध तरीके से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। सभी को सुरक्षित घने जंगल में छोड़ा गया।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एशियन पाम सिवेट एक दुर्लभ जीव है जो आमतौर पर दक्षिण एशिया के घने जंगलों में पाई जाती है। यह घटना कोरबा की समृद्ध जैव विविधता का उदाहरण है।
गांव के बच्चों के लिए ये किसी जंगल की किताब से निकली कहानी से कम नहीं रही। अब मुढाली गांव में ‘सिवेट मैडम’ और उनके बच्चों की चर्चा हर चाय की दुकान और चौपाल पर है!