रायपुर / स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत खुले में शौच मुक्त बनी छत्तीसगढ़ की 23 नई जनपद पंचायतों को राज्यपाल बलरामजी दास टंडन ने आज यहां पुलिस परेड ग्राउण्ड में आयोजित गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में सम्मानित किया। छत्तीसगढ़ में खुले में शौच मुक्त जनपद पंचायतों की संख्या अब बढ़कर 56 हो गई है। प्रदेश में अब तक दो जिले, 56 जनपद पंचायत और 5 हजार 913 ग्राम पंचायत खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायतों के रूप में अपनी पहचान बना चुके है।
राज्यपाल श्री टंडन ने जनपद पंचायतों के अध्यक्ष और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को अपने जनपद को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। जनपद पंचायतों के अध्यक्ष श्रीमती शीला कंवर (पेन्ड्रा), श्रीमती उपावती राठिया(घरघोड़ा), श्रीमती सुलोचना यादव (बलौदाबाजार), श्रीमती सरोजनी जयनारायण पटेल(बसना), श्रीमती सुशीला वेदराम मनहरे (तिल्दा), श्रीमती चुम्मन बाई सोम (गरियाबंद), दयानंद साहू(बालोद), श्रीमती उमा हरिश नायक(बेरला), श्रीमती शांति राम धु्रर्वे (बोड़ला), भुवनेश्वर साहू (छुईखदान) तथा डॉ. जयसिंह राजपूत(धमधा) को सम्मानित किया गया।
इसी तरह जनपद पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती संतोषी कृष्णा देशमुख(दुर्ग), श्रीमती उद्धेश्वरी पैकरा (शंकरगढ), श्रीमती कमला प्रसाद सिंह(राजपुर), मोहनलाल (बलरामपुर), श्रीमती मानकुंवर आयाम (मनेन्द्रगढ़), श्रीमती सुखमती सिंह (भरतपुर), देवेन्द्र प्रताप सिंह (लखनपुर), श्रीमती पूनम सिंह नेताम (अंबिकापुर), श्रीमती ललिता तिर्की (सीतापुर), श्रीमती पति एक्का (मैनपाट), राजनाथ सिंह (उदयपुर), भानुप्रताप चुरेन्द्र (रामानुजनगर) तथा संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को इस अवसर पर सम्मानित किया गया।
गणतंत्र दिवस 2017 : खुले में शौच मुक्त बनी प्रदेश की 23 नई जनपद पंचायतों को राज्यपाल ने किया सम्मानित
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