कोरिया / कोरिया जिले में शासकीय जमीन की हेराफेरी के मामले में आज बैकुण्ठपुर तहसीलदार जांच करने मौके स्थल पर पहुँचे। जहाँ उन्होंने शिकायतकर्ताओं सहित ग्रामवासियों के बयान दर्ज किए। तहसीलदार ने बताया की यह जांच प्रतिवेदन कलेक्टर कोरिया को प्रस्तुत करेंगे।
आपको बता दे की कलेक्टर कोरिया को जनदर्शन में शिकायत की गई है। शिकायत में कहा गया था कि बैकुंठपुर के रहने वाले एक नामी बिल्डर ने जिले के अधिकारियों एवं पटवारियों से मिलकर करोड़ों की जमीन कौड़ियों के नाम करवा ली है। इस मामले में पूर्व अध्यक्ष सहित सुभाष साहु, भानु पाल, विपिन जायसवाल,सुरेंद्र चक्रधारी ने शिकायत ने शिकायत की थी।
बिल्डर संजय अग्रवाल के द्वारा ग्राम रामपुर स्थित कृषि भूमि खसरा क्रं. 20, रकबा 1.902 हे0 में से रकबा 1.045 हे0 भूमि के बदले ग्राम तलवापारा मॉडल स्कूल ओड़गी नाका के समीप स्थित शासकीय भूमि खसरा क्रं. 285 एवं 286, रकबा 1.045 हे0 भूमि की अदला-बदली की गई। इस सम्बन्ध में तात्कालिक अपर कलक्टर के द्वारा दिनांक 21 अप्रेल 2014 को नियम विरूद्ध भूमि अदला-बदली का आदेश पारित किया गया था।
उक्त शासकीय भूमि नेशनल हाईवे 43 के किनारे के समीप स्थित है वर्ष 2013 में विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री रमन सिंह के द्वारा विवाह घर बनाने की घोषणा इसी स्थल के लिए की थी। जिसके बाद नगरपालिका परिषद बैकुन्ठपुर द्वारा उक्त शासकीय भूमि पर विवाह घर बनाने के सम्बन्ध में प्रस्ताव पारित करते हुये नक्शा/खसरा आदि समस्त कागजात शासन के समक्ष प्रस्तुत किया गया था।
इस पुरे मामले में यह बात जानने के बावजूद कि उक्त भूमि शासकीय है संजय अग्रवाल के द्वारा तात्कालीन अपर कलक्टर कोरिया एडमंड लकड़ व तात्कालीन ओड़गी के पटवारी सेवकराम मरावी, बैकुन्ठपुर हल्का पटवारी फरीद खान के साथ सांठ-गांठ कर शासन के नियम विरूद्ध शासकीस भूमि को निजी भूमि में बदला गया। इस पूरे मामले में दोनों पटवारी फरीद खान व सेवकराम मरावी की अहम भूमिका रही शासकीय भूमि और निजी भूमि के बाजार मूल्य में भी गड़बड़ झाला दिखाई पड़ा। जिस पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने आपत्ति जताते हुये कोरिया कलक्टर से जांच करते हुये दोनों पटवारीओ व अधिकारीओं पर उचित कार्यवाही कर जमीन की अदला-बदली निरस्त करने की मांग की है ताकि मुख्यमंत्री द्वारा घोषित विवाह घर का शुभारम्भ कर सके।

