कोरिया / देशी-विदेशी मदिरा दुकान के वर्करो एवं सुपरवाईजरों ने कलेक्टर कोरिया को प्राईम वन वक्र्स फोर्स प्राईवेट लिमिटेड कंपनी अंतर्गत जिले के सभी देशी’-विदेशी मदिरा दुकानों में कार्यरत कर्मचारियों का शोषण किए जाने के संबंध में एक ज्ञापन सौपते हुए उचित कार्यवाही का अनुरोध किया है।
ज्ञापन में उल्लेखित किया गया है कि जिले के सभी देशी-विदेशी मदिरा दुकानों में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन बतौर सुपरवाईजर 15638 रूपए, सेल्समैन 10612 रूपए एवं मल्टीपरपस 8412 रूपए उल्लेखित विज्ञापन अनुसार नियुक्ति किया गया है। सभी कर्मचारियों को प्रथम माह के वेतन के रूप में सुपरवाईजरों का 14365 रूपए सेल्समैन का 9365 रूपए एवं मल्टीपरपज का 7515 रूपए भुगतान किया गया है।

पीड़ितों ने बताया कि जब उनकी नियुक्ति की गई तब तक उस नियुक्ति आदेश में 8 घंटे लिखा गया है, परंतु हमसे 9 घंटे कार्य करवाया गया है। किन्तु बाद में 2 सितम्बर से आदेशित किया गया कि हमे 11 घंटे कार्य करना है। किन्तु जब हम हिसाब बनाते है तब 1 घंटा और लग जाता है। अतः इस प्रकार हमसे 12 घंटे कार्य करवाया जा रहा है। इस प्रकार हमारा शोषण किया जा रहा है।
विदेशी मदिरा दुकान के सुपरवाईजरों को मदिरा निकासी हेतु बिलासपुर जाना पड़ता है जिसका यात्रा भत्ता भी नही दिया जा रहा है। उसका भी वहन हमारे द्वारा किया जाता है। उक्त संबंध में यात्रा भत्ता हेतु प्राईम वन कंपनी द्वारा निर्देशित किए जाने पर बिल जिला कार्यालय में जमा किए जाने के बावजूद भी आज तक भुगतान नहीं किया गया है। देशी-विदेशी मदिरा दुकानों के गोदाम से मदिरा लाने पर अथवा गोदाम में संग्रहित मदिरा के टूटन-फूटने पश्चात नुकसान की राशि स्वयं भरना पड़ता है। सभी देशी-विदेशी मदिरा दुकानों के कर्मचारियों का माह जून में वेतन की कटौती कर दी गई। इस बारे में पूछने पर हमे कुछ नही बताया गया और न ही इसका भुगतान बाद में किया गया।
जिले के देशी-विदेशी मदिरा दुकानों के बोर्ड में अभी भी पुराना समय अंकित है। जिसमे दुकान खुलने का समय 12 और बंद होने का समय 09 बजे लिखा है जिस्से लोग दिग्भर्मित हो रहे है।
