हैदराबाद / दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र और सबसे पुराने लोकतंत्र के प्रतीक के तौर पर भारत और अमेरिका ने संयुक्त रूप से विश्व उद्यमिता सम्मेलन की शुरूआत हैदराबाद में की। इस सम्मेलन का उद्देश्य भारत समेत दुनिया में उद्यमिता को बढावा देना है।साथ ही महिलाओं को इस दिशा में कैसे आगे बढाया जा सके इस पर भी फोकस है।
समम्लेन का उद्धाटन करने के बाद पीएम मोदी ने भारत में हो रहे परिवर्तन को गिनाया तो भारत में मौजूद अपार संभावनाओं का जिक्र भी किया। कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति की बेटी और उनकी सलाहकार इवांका ट्रंप मौजूद रही। दोनों ने मेक इन इंडिया के तहत बने रोबोट मित्र का बटन दबाकर सम्मेलन का उदघाटन किया । सम्मेलन का थीम है सबसे पहले महिला , सबके लिए समृद्धि । पीएम मोदी ने भी अपने संबोधन में महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया और बताया कि कैसे देश की महिलाएं खेल से लेकर अंतरिक्ष तक में अपने झंडे गाड रही हैं। पीएम ने साफ कहा कि महिला सशक्तिकरण देश के विकास के लिए बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने दक्षिण एशिया में पहली बार हो रहे इस सम्मेलन के महत्व पर जोर दिया और बताया कि उऩकी सरकार देश में कारोबार के माहौल को ठीक करने के लिए प्रयास कर रही है। पीएम ने कहा कि उसी का नतीजा है कि दुनिया में व्यापार सुगमता की रैंकिंग में भारत ने लंबी छलांग लगाई है। हालांकि उन्होंने इस रैकिंग में अभी और सुधार का लक्ष्य भी बताया।
प्रधानमंत्री ने विस्तार से बताया कि कैसे उनकी सरकार गरीबों, महिलाओं, युवाओं और समाज के कमजोर वर्गों के आर्थिक विकास के लिए तेजी से काम कर रही है। पीएम ने कहा कि सरकार ने जनधन के जरिए समाज के उन लोगों को मुख्य आर्थिक धारा में लाया है जिनके पास खाते नहीं थे। सरकार की ओर से खोले गए जनधन खातों में 53 फीसदी हिस्सेदारी महिलाओं की हैं। पीएम ने डिजिटल लेनदेन पर जोर दिया और बताया कि कैसे भीम एप के जरिए दो लाख 80 हजार लेनदेन हर दिन हो रहा है। प्रधानमंत्री ने 2018 तक हर परिवार को बिजली के लिए सौभाग्य योजना और सबके लिए घर की योजना का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि सरकार कालेधन के खिलाफ कदम उठा रही है तो बैंको का लोन न चुकाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कडे कानून बनाए हैं। पीएम ने बताया कि जीएसटी के जरिए देश की कर व्यवस्था में बडे बदलाव हो रहे हैं।
पीएम ने युवाओं से नए उद्मम शुरु करने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें बढावा देने के लिए ही सरकार ने स्टार्टअप अभियान शुरु किया है। पीएम ने युवा उद्मियों से नए भारत के निर्माण में हिस्सेदार बनने का आहवान किया। पीएम ने उद्ममिता और इनोवेशन को प्राचीन भारतीय संस्कृति से जोडते हुए बताया कि कैसे चरक संहिता ने आयुर्वेद को बढ़ावा दिया तो योग ने पूरी दुनिया को सीख दी। पीएम ने शून्य का आविष्कार करने वाले आर्यभट्ट और अर्थशास्त्र के दिग्गज कौटिल्य का उदाहरण देकर बताया कि इनोवेशन के तार प्राचीन काल से ही भारत से ही जुडे हैं। सम्मेलन में दुनिया भर के करीब 1,500 उद्यमी, निवेशक, सरकारी अधिकारी तथा व्यापार प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं जिसमें आधे से ज्यादा महिलाएं हैं। जीईएस सम्मेलन से पहले इवांका ट्रंप ने पीएम मोदी से मुलाकात की.।सम्मेलन युवा और महिला उद्मियों के लिहाज से काफी अहम है तो भारत अमेरिका संबंधों के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण है। खुद पीएम ने भी कहा कि उद्मिता और और इनोवेशन को बढ़ावा देने के भारत-अमेरिका के साझा मकसद को बयां करता है।
