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धोखाधड़ी की पीड़ित महिला को मिला ” सखी सेंटर ” में न्याय

** सभी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओ को मिल रहा न्याय

कोरिया / कोरिया कलेक्टर नरेन्द्र दुग्गा के मार्गदर्शन एवं महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी सीएस सिसोदिया के नेतृत्व में केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सखी वन स्टॉप सेंटर का कोरिया जिले में सफलता पूर्वक संचालन किया जा रहा है और कई मामलों में सफलता भी मिल रही है।

विगत दिनो चिरमिरी क्षेत्र की 53 वर्षीय महिला ने महिला हेल्प लाइन नंबर 181 में फोन कर शिकायत दर्ज कराई कि उनके पिता के दोस्त के बेटे ने उनसे कुछ रकम उधार में ली थी परंतु अब वह पैसा लौटाने में आनाकानी कर रही है। महिला हेल्प लाइन के माध्यम से कोरिया के सखी वन स्टॉप सेंटर में दोनो पक्षो को बुला कर कौंसलिंग की गयी। जहां अनावेदक ने पैसा लेने की बात स्वीकार की व बताया कि उसके द्वारा कुछ रकम बीच में लौटा दी गयी है। शेष रकम उसने अगली कौंसलिग में वापस कर देने की बात कही। जिसके बाद मंगलवार का अनावेदक ने शिकायतकर्ता महिला को शेष रकम वापस कर दी। उस वक्त जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी रमाकांत चंद्राकर भी उपस्थित रहे।

जिला कार्यक्रम अधिकारी सीएस सिसोदिया ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर में सीधे या फिर महिला हेल्प लाइन 181 के माध्यम से किसी भी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिला अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है। कोरिया में पिछले 7 माह में ऐसे 111 जरूरतमंदो को वन स्टॉप सेंटर ने राहत पहुंचाई है। 111 केसो में 70 प्रकरणो का निपटारा भी विभाग द्वारा किया जा चुका है। उन्होने बताया कि घरेलू हिंसा, लैंगिग हिंसा, बलात्कार, दहेज के लिए उत्पीड़न, एसिड अटैक, डायन या टोनही के नाम पर प्रताड़ना, कार्य स्थल पर लैंगिग उत्पीड़न, अवैध मानव व्यापार, बाल विवाह, लिंग चयन व भ्रूण हत्या, सती प्रथा इत्यादि रूपो में हिंसा समाज में विद्यमान है।

उपरोक्त स्थिति को देखते हुए महिलाओ को एकीकृत रूप से सहायता उपलब्ध कराने के लिए भारत शासन, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार की सहायता से प्रत्येक जिले में वन स्टॉप सेंटर संचालित किया जा रहा है। वन स्टॉप सेंन्टर में सभी वर्ग की महिलाओ जिसमें 18 वर्ष से कम उम्र की बालिकाएं भी सम्मलित है उनको सलाह, सहायता, मार्गदर्शन एवं संरक्षण प्रदान किया जाएगा। कोरिया जिले में निःसंदेह सखी वन स्टॉप सेंटर अच्छा कार्य कर रहा है।

सेंटर का उद्देष्य –
सखी वन स्टॉप सेंटर का उद्देष्य घर के भीतर व घर के बाहर किसी भी रूप में पीड़ित व संकटग्रस्त महिला को एक ही छत के नीचे एकीकृत रूप से सभी प्रकार की सुविधा व सहायता उपलब्ध कराना है। किसी भी प्रकार से पीड़ित महिलाओ व बालिकाओ को आवष्यकतानुसार सभी प्रकार की आपातकालीन सुविधा तत्काल उपलब्ध कराना है। अन्य श्रेणी की जरूरतमंद महिलाओ को चिकित्सा, विधिक सहायता, मनौवैज्ञानिक सलाह, मनोचिकित्सा, परामर्ष सुविधा एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराना है।

वन स्टॉप सेंटर में उपलब्ध सेवाएं –
वन सटॉप सेंटर में हिंसा या संकटग्रस्त महिला के वर्तमान में उपलब्ध सुविधा के अलावा पुलिस आदि का उपयोग करते हुए निकटतम चिकित्सालय या आश्रय गृह में भेजवाने की व्यवस्था, चिकित्सकीय सहायता, एफआईअर की सुविधा, परामर्षदाता की सेवाएं, विधिक सहायता आपातकालीन स्थिति में पीड़िता का वन स्टॉप सेंटर में अधिकतम 5 दिन तक रूकने व खाने की व्यवस्थाव कोर्ट व पुलिस से सबंधित सुविधा प्रदान की जाती है।

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